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Language: Hindi
37 posts
“आँख खुली तो हमने देखा,पाकर भी खो जाना तेरा”
“आँख खुली तो हमने देखा,पाकर भी खो जाना तेरा”
Kumar Akhilesh
"शब्दकोश में शब्द नहीं हैं, इसका वर्णन रहने दो"
Kumar Akhilesh
“श्री चरणों में तेरे नमन, हे पिता स्वीकार हो”
“श्री चरणों में तेरे नमन, हे पिता स्वीकार हो”
Kumar Akhilesh
"बेहतरीन की तलाश में"
Kumar Akhilesh
"श्री चरणों में तेरे नमन, हे पिता स्वीकार हो"
Kumar Akhilesh
“कत्ल सभी अब ख्वाब हुए हैं, क्या करता अरमानों का”
“कत्ल सभी अब ख्वाब हुए हैं, क्या करता अरमानों का”
Kumar Akhilesh
“वो पल भर की मुलाकात”
“वो पल भर की मुलाकात”
Kumar Akhilesh
"कृष्ण के किरदार"
Kumar Akhilesh
नये किरदार
नये किरदार
Kumar Akhilesh
"जरा आदत पुरानी है"
Kumar Akhilesh
"रुखसती का इंतजाम कीजिए"
Kumar Akhilesh
"ज्योति के निर्माण को"
Kumar Akhilesh
"गुनाहगारों में शामिल हो गया हूँ"
Kumar Akhilesh
"दूरी बहुत जरूरी है "
Kumar Akhilesh
"लौट कर आये"
Kumar Akhilesh
"कहकर तुमने मुझको हीरा, खुद को जौहरी कर डाला"
Kumar Akhilesh
"सारे गुनाहों का,अब हिसाब होने दो"
Kumar Akhilesh
"जाग उठी गर वहीं वीरता, किस्सें होंगे खत्म लकीरों के"
Kumar Akhilesh
"मेरा पहला प्यार:मेरे पापा"
Kumar Akhilesh
"वहीं निखरेगा चमकेगा, समय की जो भी सूरत हो"
Kumar Akhilesh
"प्रार्थना: ऐ मालिक मेरे ऐसा वरदान दे दो"
Kumar Akhilesh
"वो है मेरी माँ"
Kumar Akhilesh
"बडी बेवफा आजकल हो गयी है"
Kumar Akhilesh
"स्वेद नहीं हम शोणित देंगे, भारत के श्रृंगारों को"
Kumar Akhilesh
“एक चाँद और कुछ सितारें मिला करते हैं”
“एक चाँद और कुछ सितारें मिला करते हैं”
Kumar Akhilesh
"निशाँ जागीर ढूंढेंगे"
Kumar Akhilesh
"मुझे तेरी जरूरत है"
Kumar Akhilesh
"सच कहना जरूरी है"
Kumar Akhilesh
" मुहब्बत कब तलक होगी , इशारों के सहारों से "
Kumar Akhilesh
“गुमनाम शहीदों को, श्रद्धा नमन हमारा है”
“गुमनाम शहीदों को, श्रद्धा नमन हमारा है”
Kumar Akhilesh
"प्रहार - विचारों से सुधारों तक"
Kumar Akhilesh
“बेवफा को बेवफा कौन कहेगा”
“बेवफा को बेवफा कौन कहेगा”
Kumar Akhilesh
“लांघ कर अब तो आना होगा, कागज की दीवारों को”
“लांघ कर अब तो आना होगा, कागज की दीवारों को”
Kumar Akhilesh
“मैं वही आकाश हूँ”
“मैं वही आकाश हूँ”
Kumar Akhilesh
“मौन व्रत की जगह नहीं हैं, कवियों के संस्कारों में”
“मौन व्रत की जगह नहीं हैं, कवियों के संस्कारों में”
Kumar Akhilesh
“वो पल भर की मुलाकात”
“वो पल भर की मुलाकात”
Kumar Akhilesh
मेरी कलम से .....
मेरी कलम से .....
Kumar Akhilesh
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