Kumar Akhilesh Language: Hindi 37 posts Sort by: Latest Likes Views List Grid Kumar Akhilesh 17 Aug 2024 · 1 min read “आँख खुली तो हमने देखा,पाकर भी खो जाना तेरा” मन में बातें करते-करते, तेरी यादों में सो जाना मेरा, फिर ख्वाबों में आना तेरा, आँख खुली तो हमने देखा, पाकर भी खो जाना तेरा । नींद बगल में लेटी... Hindi · कविता · गीत · गीतिका 1 52 Share Kumar Akhilesh 10 Nov 2022 · 1 min read "शब्दकोश में शब्द नहीं हैं, इसका वर्णन रहने दो" हमने विरह भाव को भोगा है, हमें पलभर तन्हा रहने दो। करने दो मन ही मन बातें, आंखों को दर्पण कहने दो। हाथों से हाथों का मिलना,ये स्पर्श कोई आलौकिक... Hindi · कविता · ग़ज़ल/गीतिका 2 580 Share Kumar Akhilesh 14 Jun 2022 · 1 min read “श्री चरणों में तेरे नमन, हे पिता स्वीकार हो” तुम कृष्ण से मेरे सारथी, अर्जुन सा तेरा पार्थ मैं जो पथ प्रसस्थ तुमने किया, उस पर चलूं निस्वार्थ मैं जिज्ञासा वश उत्पन्न हुए गर, मस्तिष्क मेरे प्रश्न जो उत्तर... “पिता” - काव्य प्रतियोगिता एवं काव्य संग्रह · कविता · गीत 6 4 289 Share Kumar Akhilesh 13 Nov 2021 · 1 min read "बेहतरीन की तलाश में" बेहतरीन की तलाश में, हाथों से बेहतर चला गया ढूंढ लेना मुझसे काबिल कोई, ये कहकर चला गया उसे भूलने की तमाम कोशिशें, सभी नाकाम ठहरी है जरूरत से ज्यादा... Hindi · शेर 4 826 Share Kumar Akhilesh 11 Oct 2021 · 1 min read "श्री चरणों में तेरे नमन, हे पिता स्वीकार हो" तुम कृष्ण से मेरे सारथी, अर्जुन सा तेरा पार्थ मैं जो पथ प्रसस्थ तुमने किया, उस पर चलूं निस्वार्थ मैं जिज्ञासा वश उत्पन्न हुए गर, मस्तिष्क मेरे प्रश्न जो उत्तर... Hindi · कविता 2 2 259 Share Kumar Akhilesh 8 Oct 2021 · 1 min read “कत्ल सभी अब ख्वाब हुए हैं, क्या करता अरमानों का” छोड़ गए जो याद में अपनी, जिक्र हुआ अफसानों का कत्ल सभी अब ख्वाब हुए हैं, क्या करता अरमानों का तन्हाई में रोयें बहुत, दुनिया क्या गम जानेगी दर्द सभी... Hindi · गीत 2 390 Share Kumar Akhilesh 9 Jul 2021 · 3 min read “वो पल भर की मुलाकात” आप दुनिया के किसी भी रास्ते से गुजर जाइये, आपको कुछ ऐसे लोग (भिक्षुक) अवश्य मिल जायेंगे जो अपनी मजबूरियों का वास्ता देकर आपसे आर्थिक मदद चाहते है। इनमे से... साहित्यपीडिया कहानी प्रतियोगिता · कहानी 2 4 301 Share Kumar Akhilesh 9 Jul 2021 · 1 min read "कृष्ण के किरदार" मधुर प्रेम से भरा हुआ जो और शब्दों से गढ़ा गया है प्रेम में पागल राधा देखी मीरा संग जो पढ़ा गया है वहीं श्याम है कृष्ण रूप में महाभारत... Hindi · कविता 4 2 740 Share Kumar Akhilesh 10 May 2021 · 1 min read नये किरदार नये किरदार जमा करने हैं, नयी अदाकारी के लिए जिंदगी इंतिहान ले रही है, जाने कौन सी तैयारी के लिए जो सीखे हैं चलना भी मेरे पद चिन्हों पर पांव... Hindi · मुक्तक 3 333 Share Kumar Akhilesh 23 Dec 2020 · 1 min read "जरा आदत पुरानी है" संभल कर जो चले होंगे,वही अक्सर गिरे होंगे,हमें पी कर बहकने की जरा आदत पुरानी है। मेरे चेहरे को पढ़ने में, सभी नाकाम ठहरे है, मेरी आंखों में जो भी... Hindi · मुक्तक 5 4 366 Share Kumar Akhilesh 13 Aug 2020 · 2 min read "रुखसती का इंतजाम कीजिए" कफन ओढ़ लिया मैंने, मेरी रुखसती का इंतजाम कीजिए हंस कर कह दीजिये अलविदा, बाद कब्र पर शिकवे शिकायत तमाम कीजिये मेरी यादों को अपने जहन में जगह दीजिये, यकीन... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 3 2 489 Share Kumar Akhilesh 17 Apr 2020 · 1 min read "ज्योति के निर्माण को" घनघोर सा है तम घना, आह्वान करती है धरा जो कर विफल अंधकार को,प्रकाश दे संसार को करना है ये.......प्रण अदा, हम रहें तत्पर सदा उस ज्योति के निर्माण को,उस... Hindi · कविता 3 6 480 Share Kumar Akhilesh 1 Apr 2020 · 1 min read "गुनाहगारों में शामिल हो गया हूँ" चंद गुनाह करके गुनाहगारों में शामिल हो गया हूँ देख खुदा मैं तेरी दुनिया के काबिल हो गया हूँ और उसने मुहब्बत में मेरी तस्वीर बनायीं है इस दीवार को... Hindi · मुक्तक 3 1 517 Share Kumar Akhilesh 1 Apr 2020 · 1 min read "दूरी बहुत जरूरी है " आज लगभग सम्पूर्ण विश्व कोविड-19 संक्रमण नामक महामारी से पीडित है। भारत में भी वर्तमान समय में लॉकडाउन की स्थिति बनी हुई है। प्राणी विचलित भी है और विवश भी।... Hindi · कविता 2 3 416 Share Kumar Akhilesh 21 Jun 2019 · 1 min read "लौट कर आये" कहानी दूर तक जायें, फ़साने लौट कर आये मेरे किस्से ज़माने को, बताने लौट कर आये कभी आँखों से बहकर के, जो छलके थे मेरे सपनें फलक पे नाम वो... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 1 1 290 Share Kumar Akhilesh 29 May 2019 · 1 min read "कहकर तुमने मुझको हीरा, खुद को जौहरी कर डाला" मन की बातें आंखों से कह कर, तुमने क्या से क्या कर डाला। प्रेम पत्र में बांध शब्दों को, सब काम जरूरी कर डाला। एक ह्रदय था पास हमारे, वो... Hindi · मुक्तक 2 1 266 Share Kumar Akhilesh 25 Jan 2019 · 1 min read "सारे गुनाहों का,अब हिसाब होने दो" सारे गुनाहों का,अब हिसाब होने दो। चलों सजा ही सही, मगर बेहिसाब होने दो। जगा कर फिर अधूरी नींद में हमको। कत्ल हर एक ख्वाब होने दो। कुमार अखिलेश देहरादून... Hindi · मुक्तक 2 1 478 Share Kumar Akhilesh 25 Jan 2019 · 1 min read "जाग उठी गर वहीं वीरता, किस्सें होंगे खत्म लकीरों के" चट्टानों से टकरायें जो, आग में जल अंगार बनें। तलवारों सी धार हो जिसमें, रक्त से जो श्रृंगार करें। ऐसे वीर वीरता ऐसी, भारत तेरे वीरों में। जो सदियों से... Hindi · कविता 2 1 294 Share Kumar Akhilesh 21 Jan 2019 · 1 min read "मेरा पहला प्यार:मेरे पापा" बड़ी तमन्ना से जिसने हमको पाला है। सारे गमों से जो मेरा रखवाला है। उसके ख्वाबों को क्या दिया मैंने, जिसने मेरा हर एक ख्वाब संभाला है। कुमार अखिलेश देहरादून... Hindi · मुक्तक 2 1 286 Share Kumar Akhilesh 12 Jan 2019 · 1 min read "वहीं निखरेगा चमकेगा, समय की जो भी सूरत हो" मुझे तेरी जुरूरत है, तुझे मेरी जुरूरत हो जरूरी तो नहीं ऐसा, जरूरी हर जुरूरत हो अभावों में भी भावों से, जो ख्वाबों को संभालेंगा वहीं निखरेगा चमकेगा, समय की... Hindi · मुक्तक 2 1 363 Share Kumar Akhilesh 6 Oct 2018 · 1 min read "प्रार्थना: ऐ मालिक मेरे ऐसा वरदान दे दो" "प्रार्थना: ऐ मालिक मेरे ऐसा वरदान दे दो" दें दो प्रभु जी हमें दान दे दो विज्ञान दें दो, हमें ज्ञान दे दो हम नेकियों से न विचलित कभी हो... Hindi · गीत 2 1 636 Share Kumar Akhilesh 25 Aug 2018 · 1 min read "वो है मेरी माँ" कितने जतन किये होंगे, जब हमको सकल सँवारा है। चोट लगी तो दर्द में हमने, सबसे पहले जिसे पुकारा है। एक शब्द में सिमट गया जग, प्रेम अथाह भवसागर में... Hindi · मुक्तक 2 1 397 Share Kumar Akhilesh 24 Aug 2018 · 1 min read "बडी बेवफा आजकल हो गयी है" मेरी मुहब्बत बडी बेवफा आजकल हो गयी है। अमर होते होते मेरी प्रेम कहानी अमर हो गयी है। और सीख गयी है वो मुहब्बत में सभी दांवपेंच किसी मझें हुए... Hindi · मुक्तक 2 318 Share Kumar Akhilesh 10 Aug 2018 · 2 min read "स्वेद नहीं हम शोणित देंगे, भारत के श्रृंगारों को" स्वेद नहीं हम शोणित देंगे, भारत के श्रृंगारों को लिख देंगे इतिहास नया हम, कलम बना तलवारों को राष्ट्रवाद का स्वप्न सजा, जो भारत पर कुर्बान हुए जर्रा जर्रा नमन... Hindi · कविता 2 2 394 Share Kumar Akhilesh 5 Aug 2018 · 1 min read “एक चाँद और कुछ सितारें मिला करते हैं” एक चाँद और कुछ सितारें मिला करते हैं जब रात को उजालों के सहारें मिला करते हैं और डूबने वाले को कुछ तो जद्दोजहद करनी होगी तब जाकर कहीं किसी... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 2 1 366 Share Kumar Akhilesh 3 Aug 2018 · 1 min read "निशाँ जागीर ढूंढेंगे" मेरे लफ्जों में वो अक्सर, मेरी तस्वीर ढूंढेंगे खुली आँखों से ख्वाबों में, मेरी तासीर ढूंढेंगे बडी मुद्दत से पाया था, नादानी में गवाँ बैठे मेरे जाने पे वो मेरे,... Hindi · मुक्तक 2 1 347 Share Kumar Akhilesh 11 Jul 2018 · 1 min read "मुझे तेरी जरूरत है" बसी है जो मेरे दिल में, तुम्हारी ही मुहब्बत है मेरी आँखों के पन्नों पर, तुम्हारी ही तो सूरत है। तेरे दिल की तुझे सारी ये ख्वाहिशें मुबारक हो मेरी... Hindi · मुक्तक 2 565 Share Kumar Akhilesh 2 Jul 2018 · 1 min read "सच कहना जरूरी है" जमाने भर की ख्वाहिश है, दिलों में जो अधूरी है बडी मुश्किल से रखता हूँ, बदी से जो ये दूरी है मुझे मालूम है अक्सर, मैं कड़वा बोल जाता हूँ... Hindi · मुक्तक 2 490 Share Kumar Akhilesh 15 Apr 2018 · 1 min read " मुहब्बत कब तलक होगी , इशारों के सहारों से " मुहब्बत कब तलक होगी , इशारों के सहारों से निकल आना तुम्हें होगा, इन कागज की दीवारों से तुम्हें परदे की ख्वाहिश हैं, हमें करनी गुजारिश है मगर मुमकिन नहीं... Hindi · गीत 2 469 Share Kumar Akhilesh 21 Jan 2018 · 1 min read “गुमनाम शहीदों को, श्रद्धा नमन हमारा है” आजादी को भारत ने कितने बलिदान दिये होंगे कुछ लिखें गए इतिहास में लेकिन कुछ गुमनाम रहें होंगे जो प्राण गवाँ निज वसुंधरा पर, बने वीर बलिदानी थे इतिहास के... Hindi · कविता 2 917 Share Kumar Akhilesh 20 Dec 2017 · 4 min read "प्रहार - विचारों से सुधारों तक" सुबह का समय हो और सर्दी का मौसम तो रजाई का आनंद चरम सीमा पर होता हैं। परन्तु आज रविवार नहीं था, इसलिए मुझे अपनी कर्मभूमि के लिए घर से... Hindi · लेख 2 336 Share Kumar Akhilesh 4 Dec 2017 · 1 min read “बेवफा को बेवफा कौन कहेगा” तेरी दिल्लगी को मुहब्बत कह दूँ तो बेवफा को बेवफा कौन कहेगा गम-ए-जुदाई है इश्क़ में सबसे बड़ी सजा साथ दफना दोगे तो सजा को सजा कौन कहेगा उसे रूठ... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 2 820 Share Kumar Akhilesh 26 Oct 2017 · 2 min read “लांघ कर अब तो आना होगा, कागज की दीवारों को” जंग नहीं हम लगने देगे, भारत की तलवारो को लांघ कर अब तो आना होगा, कागज की दीवारों को जो देखेगा स्वप्न यहाँ वो अपनी जिम्मेदारी पर मौन बना इल्जाम... Hindi · कविता 2 635 Share Kumar Akhilesh 18 Oct 2017 · 1 min read “मैं वही आकाश हूँ” आह्वान हूँ मैं कर्म का, मैं धर्म का आगाज हूँ हैं अनन्त ऊचाँई जिसकी, मैं वही आकाश हूँ। घोट दी आवाज मेरी, दौर वो कोई ओर था। आजमाने मैं चली... Hindi · कविता 2 2 877 Share Kumar Akhilesh 1 Oct 2017 · 1 min read “मौन व्रत की जगह नहीं हैं, कवियों के संस्कारों में” क्या लिख दूँ ऐ भारत मैं, तस्वीर तेरी अल्फाजों में भूखे नंगे लोग मिलेगें हर कोने गलियारों में सारी दुनिया मौन रहे पर हमकों तो कहना होगा मौन व्रत की... Hindi · कविता 2 2k Share Kumar Akhilesh 1 Aug 2017 · 3 min read “वो पल भर की मुलाकात” "वो पल भर की मुलाकात" आप दुनिया के किसी भी रास्ते से गुजर जाइये, आपको कुछ ऐसे लोग (भिक्षुक) अवश्य मिल जायेंगे जो अपनी मजबूरियों का वास्ता देकर आपसे आर्थिक... Hindi · लघु कथा 3 13k Share Kumar Akhilesh 16 Apr 2017 · 1 min read मेरी कलम से ..... १.उसका दिल, दिल नहीं, रेत का मैदान निकला। कई बार लिखा नाम अपना,हर बार मिटा देती हैं॥ २.मुझें तैरना नहीं आता और उसे डूबना…। मोहब्बत में इरादो का, मगर मिलना... Hindi · शेर 1 883 Share