शिवाभिषेक: 'आनन्द'(अभिषेक पाराशर) Tag: कविता 78 posts Sort by: Latest Likes Views List Grid शिवाभिषेक: 'आनन्द'(अभिषेक पाराशर) 5 Jun 2023 · 1 min read 💐प्रेम कौतुक-563💐 सोच रहा हूँ इन सभी पयामों को ख़त्म कर दूँ, तिरे अजीब दिल को मिरे दिल में दफ़न कर दूँ, कहाँ पे लिखें कहाँ गाएँगें उनके लिए,कुछ भी, उनके दिए... Hindi · Quote Writer · कविता 1 429 Share शिवाभिषेक: 'आनन्द'(अभिषेक पाराशर) 25 Dec 2022 · 2 min read 💐💐जगत में कौन आत्ममुग्ध नहीं है💐💐 ##मणिकर्णिका## ##आत्ममुग्ध हूँ,चल माना## ##मैं क्या सभी जन आत्ममुग्ध हैं## ##और क्यों नहीं हूँ यह भी लिखूँगा## ##तुझे तो मणिकर्णिका जाना है## ##तू मूर्ख ही रहेगी## ##गिलहरी वाले फोटो के... Hindi · कविता 1 138 Share शिवाभिषेक: 'आनन्द'(अभिषेक पाराशर) 17 Apr 2022 · 1 min read 🌺🌻🌷तुम मिलोगे मुझे यह वादा करो🌺🌻🌷 तुम मिलोगे मुझे यह वादा करो, अपनी यादों के संग चले आया करो, बहती है हवा तो अपने ही ख़्याल में, चाँद की चाँदनी है अपने जमाल में, मेरी फ़ितरत... Hindi · कविता 1 1 243 Share शिवाभिषेक: 'आनन्द'(अभिषेक पाराशर) 16 Feb 2022 · 1 min read ??विकल्प रहित कल्पना-तेरी भ्रू वल्लरी?? प्रतीति है, जो अगाध सागर, के आवृत्त तरंगों की, पराजय निश्चित हो, तिमिर की, संकुचन हो, निमिष भर, सूचक है क्रोध की, विकुंचित प्रकट करें, सुगन्ध प्रसन्नता की, लजाती आँख... Hindi · कविता 315 Share शिवाभिषेक: 'आनन्द'(अभिषेक पाराशर) 13 Feb 2022 · 1 min read ???तुम्हे खोजने का आनंद??? खोजता हूँ, सरणी को, स्वयं में, प्राशस्त्य से, आवरण हो, सत्य का, धैर्य का, उत्साह का, चिन्तन का, एकत्व में, सूक्ष्म बनकर, अव्याकृत भाव से, सहास से, अरुणिमा जब फूटती,... Hindi · कविता 193 Share शिवाभिषेक: 'आनन्द'(अभिषेक पाराशर) 12 Feb 2022 · 1 min read ??स्मरण ही प्रेम का शुद्ध व्यापार?? स्मरण करना, अपनत्व से, क्या प्रेम नहीं है, नहीं है क्या उसमें, जीवटता, सूक्ष्मता, का है अभाव, संकुचित भावना, समन्वित भावना, में निर्मित करता, अन्तर की उज्ज्वल, प्रखर ध्वनि, गूँजती... Hindi · कविता 219 Share शिवाभिषेक: 'आनन्द'(अभिषेक पाराशर) 7 Jun 2021 · 1 min read **टिप-टिप मेरे मेघ बरस** आहट पाकर रिम-झिम रिम-झिम, खग कुल की बदली है रौनक़, दीख रही है मञ्जुल मञ्जुल, किसलय की कोपल भी सुन्दर, डाल डाल पर गीत बज रहे सरस, टिप-टिप मेरे मेघ... “बरसात” – काव्य प्रतियोगिता · कविता 5 10 324 Share शिवाभिषेक: 'आनन्द'(अभिषेक पाराशर) 26 May 2021 · 1 min read **बरसात** ब बन्धन से जब स्वतंत्र हों, ज्ञानदीप जले, जले साथ ही अगणित शत्रु छिपे हुए तन में, तन ही ज्ञानाज्ञानाश्रय है और विवेक शिखर, शिखर पर बैठा प्रभु करता अमृत... “बरसात” – काव्य प्रतियोगिता · कविता 3 5 252 Share शिवाभिषेक: 'आनन्द'(अभिषेक पाराशर) 25 May 2021 · 1 min read "सहजविद्या की प्राप्ति ही वास्तविक वृष्टि" अव्याकृता है सरल दृष्टि उसकी, अनुस्यूत जिसमें ब्रह्माण्ड सारा, अधम भी अनुभव करे पुण्यशाली, मातृका निज ममता पिरोती, है विवेचित शब्दों का अन्तर, प्रेमहेतु सृजन करता वह सृष्टि, सहज विद्या... “बरसात” – काव्य प्रतियोगिता · कविता 2 3 397 Share शिवाभिषेक: 'आनन्द'(अभिषेक पाराशर) 24 May 2021 · 1 min read **हे प्रभु!यह कैसा मृत्योत्सव है** टूट चुके हैं स्वप्न जगत के, जीवन का परिमल सब छूटा, आशाएँ हैं भय से आकुल, बचे प्रेम का पुल जब टूटा, थोड़ी जो कुछ सहानुभूति थी, घर का रोशनदान... Hindi · कविता 1 255 Share शिवाभिषेक: 'आनन्द'(अभिषेक पाराशर) 28 Mar 2021 · 1 min read यही जीवन की पूर्णिमा है। अंतस से जब मिटे बुराई, ध्येय पर ही दृष्टि जमी हो, बाधाओं की अग्नि जलाकर, अपने में ही स्थिर रहकर, योग प्रयोग करें नित नव, प्रकृति के आकर्षण बल को,... Hindi · कविता 401 Share शिवाभिषेक: 'आनन्द'(अभिषेक पाराशर) 26 Mar 2021 · 1 min read होली पे त्याग की पिचकारि लेके होली पे त्याग की पिचकारि लेके, प्रेम गुलाब जल भीजि भीजि के, अमिय की चाह में लोटि लोटि के, फाग की धुन्ध में समेटि तोरि के, आयें सब मिलके आनन्द... Hindi · कविता 1 332 Share शिवाभिषेक: 'आनन्द'(अभिषेक पाराशर) 11 Mar 2021 · 1 min read **शिवरूप गुरुदेव** निवसतिममहृदयेपार्वतीशंकरौ इव, विनस्यति ममसमस्तावगुणत्वानि, प्रकाशका: ज्ञानार्णवा: अहर्निश: , प्रणमति तं गुरुवरःशिवरात्रिदिवसे। अर्थ-जो रात्रि दिवस ज्ञान के समुद्र को प्रकाशित करने वाले है, जो मेरे हृदय में माँ पार्वती और महादेव... Hindi · कविता 468 Share शिवाभिषेक: 'आनन्द'(अभिषेक पाराशर) 10 Mar 2021 · 1 min read ***मृत्यु का प्रतिबिम्ब था वह** ***कोरोना काल का समय*** संवेदना थी, मर्म था, छिपा कोई कर्म था, नेह के नाते, द्वेष के संग किसी ने, ग़ैर छोड़ा, गुलाम थे, आज़ाद भी थे, उन क्षणों में,... Hindi · कविता 346 Share शिवाभिषेक: 'आनन्द'(अभिषेक पाराशर) 3 Mar 2021 · 1 min read ️भैया!यह देखो बाबाजी का ठुल्लू️ रूप बसन्ती चितवन लेकर, घूम रहा था उपवन-उपवन, देख रहा था जीवन का कुछ, रूप मिले कुछ जादू जैसा, पर देखा यहाँ हर साख पर, बैठा रहता मूक-बधिर उल्लू, भैया!यह... Hindi · कविता 1 2 437 Share शिवाभिषेक: 'आनन्द'(अभिषेक पाराशर) 25 Feb 2021 · 1 min read यह विचार स्वदेशी है साँच को आँच नहि, उद्यम में दिन रात नहि, जीवनु, बिनु मातु नहि, यह विचार स्वदेशी है।।1।। भोजन,बिनु भात नहि, मित्र की कोई जाति नहि, दया बिनु साधु नहि, यह... Hindi · कविता 1 2 424 Share शिवाभिषेक: 'आनन्द'(अभिषेक पाराशर) 23 Nov 2020 · 1 min read आत्मिक झरना उस उनींदी नींद के बस, मोह की दीवार पर क्यों, क्षणिक, व्याकुल संकुलों में, चेतना की शुद्ध मूरत, है समेटे अखिलता को, देखता शुभ चाँदनी, क्या सोचता है नर धनी... Hindi · कविता 2 434 Share शिवाभिषेक: 'आनन्द'(अभिषेक पाराशर) 30 Oct 2020 · 1 min read उत्स जय का खोजता हूँ है मरण भी दूर मुझसे, ध्येय की है धरा निर्मल, मिट गए हैं द्वेष स्थिर, बस निशा बाकी है हल्की, कूँजती विजय-कोकिल की ध्वनि, रिस रही है मंद गति से,... Hindi · कविता 1 300 Share शिवाभिषेक: 'आनन्द'(अभिषेक पाराशर) 8 May 2020 · 1 min read अपनी पीड़ा किसे कहूँ शान्त पड़ गए चित्त चितेरे, भाषा की परिभाषा क्लान्त, भग्न देह पर शेष बचा है, यौवन ज्वर का एक प्रमाण, अगणित भूधर ख़ाक हो गए, इसे देखकर किसे सहूँ, हे... Hindi · कविता 1 528 Share शिवाभिषेक: 'आनन्द'(अभिषेक पाराशर) 5 May 2020 · 1 min read प्रिय! सिंह सा दहाड़ना स्वीकृति के रूष्ट राग में, संशय के जब द्वार खुले हों, अतुल, निरन्तर, अवरोधों के, सम्मुख हो पाषाण खड़े हों, भय सीमा में घिर जाने पर, अंतःकरण को पुकारना, प्रिय!सिंह... Hindi · कविता 1 1 270 Share शिवाभिषेक: 'आनन्द'(अभिषेक पाराशर) 3 May 2020 · 1 min read @@शब्द भूल गएँ हैं गीत@@ प्रेम पिघल जाता है जब, वसुधा पर दुःख अनन्त हों, रश्मि यहाँ जब रही अकेली, सतरंगी संगीत वह कहती, क्षीण-क्षीण जब हुआ हृदय है, रहा न निकट कोई भी मीत,... Hindi · कविता 1 482 Share शिवाभिषेक: 'आनन्द'(अभिषेक पाराशर) 2 May 2020 · 1 min read ###बन्धन थे वह टूट गए हैं### बन्धन थे वह टूट गए हैं, निष्ठुरता भी कहाँ ठहरती, संकल्पों की उठी अग्नि में, बुद्धि अपना हवन है करती, क्षुद्र संकटों से न घबराकर, निज कौशल की नाव बनाएँ,... Hindi · कविता 1 1 540 Share शिवाभिषेक: 'आनन्द'(अभिषेक पाराशर) 30 Apr 2020 · 1 min read ##कब मिटेगी जीवन की कारा## संक्षिप्त जीवन की धुरी में, याद आते जो पुष्पपथ पर, दूर तक दिखता न कोई, हाय! यह कैसा समय है, हर दिशा है रिक्त सूनी, पर भरा है दुःख सारा,... Hindi · कविता 2 564 Share शिवाभिषेक: 'आनन्द'(अभिषेक पाराशर) 10 Mar 2020 · 1 min read ️⭐अभी हार नहीं मानूँगा️⭐ सधे धैर्य से संयम रखकर, प्रतिक्षण पथ पर सम्भल सम्भलकर, हृदय में अप्रितम भाव जगाकर, युद्ध भूमि पर कण्टक क्यों न मिलें, विजय का अन्वेषण कर डालूँगा, अभी हार नहीं... Hindi · कविता 1 366 Share शिवाभिषेक: 'आनन्द'(अभिषेक पाराशर) 17 May 2019 · 1 min read जो प्रेम रँग में रँगा हुआ है नई प्रीति है नई उमंगें, अवसर का है 'भाव' समुन्दर, भाव जगे हैं हृदय नेत्र से, अब देखेंगे वह अनन्त पर, खोजेंगी हर एक नया ढंग, जग में देखेंगी वह... Hindi · कविता 224 Share शिवाभिषेक: 'आनन्द'(अभिषेक पाराशर) 14 Apr 2018 · 1 min read ✍✍काश्मीर का एक दरिंदा, नाजुक तन को कुचल गया✍✍ आह भी कैसे निकली होगी, उस बेटी से पीड़ा की, कोमल तन पर उस कुत्ते ने जंजीरों से क्रीड़ा की, तनिक भी रहम न उपजा दिल में,जो बालक पर ही... Hindi · कविता 1 242 Share शिवाभिषेक: 'आनन्द'(अभिषेक पाराशर) 17 Mar 2018 · 1 min read ✍✍भई,शुद्ध वायु अब नहीं शहर में✍✍ वायु हुई विष से भी विषैली, साँसों में घुसती मृत्यु की थैली, प्रकृति बदलता पागल यह नर, बुरे नतीज़े न सोचे अक्सर, कैसे जिएंगे मृत्यु के घर में, भई,शुद्ध वायु... Hindi · कविता 540 Share शिवाभिषेक: 'आनन्द'(अभिषेक पाराशर) 15 Mar 2018 · 1 min read ??विचारों का प्रयोजन= सही व उचित निर्णय=उद्देश्य प्राप्ति?? प्रयोजन संग उठते विचार, मन को देते स्फूर्ति अपार, साहस संचय की करते पुकार, अगणित टक्कर दें बार-बार, मत सोचो ऐसे दीन वचन, क्षीण करें जो उद्देश्य तपन।।1।। मन के... Hindi · कविता 217 Share शिवाभिषेक: 'आनन्द'(अभिषेक पाराशर) 12 Mar 2018 · 1 min read ****धीर धरो, मत व्याकुल हो**** लक्ष्य प्राप्ति की आशा में, जीवन संघर्ष की परिभाषा में, हिम सी शीतलता अपनाकर, ज्ञान का तेजस्वी दीप जलाकर, भ्रमित न हो, नहीं कायर हो, धीर धरो, मत व्याकुल हो॥1॥... Hindi · कविता 545 Share शिवाभिषेक: 'आनन्द'(अभिषेक पाराशर) 2 Mar 2018 · 1 min read ✍✍मिलन ऐसा हो होलिका पर,द्वेष मिट जाएँ सभी के✍✍(होली की शुभकामनाओं सहित) मिलन ऐसा हो होलिका पर,द्वेष मिट जाएँ सभी के, प्रेम की गंगा बहे धरा पर, मैल मिट जाएँ सभी के, सुख की वर्षा हो गगन से,अवसाद अदृश्य हो जाएँ उर... Hindi · कविता 255 Share शिवाभिषेक: 'आनन्द'(अभिषेक पाराशर) 25 Feb 2018 · 1 min read ??व्यथित न कर पाती मेघ गर्जना प्रलय काल की?? व्यथित न कर पाती मेघ गर्जना प्रलय काल की, धीर धरे जो विपति काल में हर प्रकार की, मार्ग उदय हो और लक्ष्य मिले, जो भ्रमित न हो, शुभ सोच... Hindi · कविता 1 322 Share शिवाभिषेक: 'आनन्द'(अभिषेक पाराशर) 13 Feb 2018 · 3 min read प्रिया-प्रियतम संवाद केन्द्र बिन्दु---वही चिर परचित पकौड़ा (चाय-पकौड़ा श्रंखला कविता संख्या-03) प्रिया उवाच:- प्रिया ने बड़े प्रेम प्रियतम को पुकारा, आँखों से देकर तिरछा सा इशारा, बुरे वक्त में कौन किसका सहारा ? कुछ तो करो, अब होता न गुजारा, सरकारें... Hindi · कविता 324 Share शिवाभिषेक: 'आनन्द'(अभिषेक पाराशर) 8 Feb 2018 · 1 min read ✍गरीब भी अमीर भी अब पकौड़ा खाएगा✍(चाय-पकौड़ा श्रृंखला कविता क्रमांक-01) चाय से जुड़े थे इसलिए कि जोश आएगा, काला धन था जो स्विस में वो भी आएगा, हाय! न सोचा था कि घर भी बिक जाएगा। गरीब भी अमीर भी... Hindi · कविता 390 Share शिवाभिषेक: 'आनन्द'(अभिषेक पाराशर) 4 Feb 2018 · 1 min read ??अहो अहो नर क्या नहीं?अपना भाग्य विधाता है?? लक्ष्य अगर ऊँचा हो तो परिश्रम भी बनता है, क्या बंजर भूमि में कभी पुष्प नहीं खिलता है? पुष्प का ऐसे खिलना, जीवन का सिद्धान्त सिखाता है, अहो अहो नर... Hindi · कविता 321 Share शिवाभिषेक: 'आनन्द'(अभिषेक पाराशर) 26 Jan 2018 · 1 min read ✍✍आज इस प्यारे वतन पर जान भी मैं वार दूँगा✍✍ सुर भी जिस पर तरसते हैं,पुण्य कर लें, जन्म लेकर, नर नहीं पशु ही बना दो, आर्य भूमि पर, प्रभु आशीष देकर, उस विभु आशीष से, भारत माँ का श्रृंगार... Hindi · कविता 258 Share शिवाभिषेक: 'आनन्द'(अभिषेक पाराशर) 14 Jan 2018 · 1 min read ??सिंह सा लड़ता रहूँगा लक्ष्य को पाने की हद तक?? सिंह सा लड़ता रहूँगा लक्ष्य को पाने की हद तक, इस गगन को नत करूँगा, जान तन में है मेरे जब तक, आदर्श का चोला पहनकर,लक्ष्य को मैं भेद दूँगा,... Hindi · कविता 2 583 Share शिवाभिषेक: 'आनन्द'(अभिषेक पाराशर) 7 Jan 2018 · 1 min read ???रूप टपकते थे कभी जिनसे किसी....??? रूप टपकते थे कभी जिनसे किसी ज़माने में, सिकुड़ती खाल और झुर्रियाँ लिए मिलते हैं। क्या उन्हें नहीं पता था इस जिन्दगी का हश्र ? कि इस मिट्टी से उठे... Hindi · कविता 312 Share शिवाभिषेक: 'आनन्द'(अभिषेक पाराशर) 31 Dec 2017 · 1 min read ✍✍ऐसे नवबर्ष हर वर्ष आते रहेंगे ✍✍(पाश्चात्य नववर्ष-2018 के शुभकामनाओं सहित) ऐसे नववर्ष, हर वर्ष आते रहेंगे, आनन्द के क्षण यूँ ही लाते रहेंगे, उन्हें हम न भूलें, जिन्हें तंग करता यह रूपया, व्यर्थ धन, नववर्ष पर, न खर्च करें कृपया... Hindi · कविता 374 Share शिवाभिषेक: 'आनन्द'(अभिषेक पाराशर) 17 Dec 2017 · 1 min read ✍✍गम्भीर शब्द गूँजते✍✍ गम्भीर शब्द गूँजते, विवेक को हैं ढूँढते, प्रसंग तो यहाँ वहाँ, उसे तो ढूँढते कहाँ, सत्य के उस आधार में, ईश के रूप साकार में, जीवनवृत्त तो बहुत बड़ा, ज्यों... Hindi · कविता 232 Share शिवाभिषेक: 'आनन्द'(अभिषेक पाराशर) 10 Dec 2017 · 1 min read ✍प्रबुद्ध नर हुँकार भर ✍ निराश मानव में मेरी यह कविता निश्चय ही उत्साह का प्राकट्य करेगी- जय हनुमान प्रबुद्ध नर हुँकार भर, वीरता को पार कर, परिश्रम की आँधियों में, निराशा को तार-तार कर... Hindi · कविता 1 286 Share शिवाभिषेक: 'आनन्द'(अभिषेक पाराशर) 6 Dec 2017 · 1 min read ****निर्भीक पथिक= सदा विजय**** निर्भीक पथिक कंटक पथ पर बढ़कर संत्रस्त नहीं होता है, क्षुधा भी उसका करती क्या ? जब वह लक्ष्य साध लेता है, कंटक पथ परवर्तित हो जाता है फूलों की... Hindi · कविता 487 Share शिवाभिषेक: 'आनन्द'(अभिषेक पाराशर) 20 Nov 2017 · 2 min read ***माँ पद्मावती=बलिदान की सजीव मूर्ति**** तिमिरा रजनी भी जिस माता के शौर्य गीत को गाती है, जिस वसुधा पर उत्सर्ग किया वह पुण्यभूमि कहलाती है, गाथा सुनकर उस माता की,मृत उर में रोमाञ्च कूँद जाता... Hindi · कविता 570 Share शिवाभिषेक: 'आनन्द'(अभिषेक पाराशर) 13 Nov 2017 · 1 min read ??श्रीश्री बाबा नीम करौरी स्तुति(तोटक छ्न्द में)?? जय लक्ष्मण दास नमामि हरे, जय लीला कृपा आगार हरे। जय जन्म सिद्ध सर्व व्याप्त, परम प्रेम जय जय अच्युत। हनुमत स्वरुप जय श्री मान, जय श्रीबासक जय कृपानिधान। हे... Hindi · कविता 1k Share शिवाभिषेक: 'आनन्द'(अभिषेक पाराशर) 10 Nov 2017 · 1 min read ***तिनके के बोल, ये मानव आँखें खोल*** तृण कहता अजब कहानी, खुद की पीड़ा, खुद की जुबानी, मुझमें नर में अन्तर कैसा, जो नर हो पशुबुद्धि जैसा, मैं तो पेट भरूँ पशुओं का, करता छाया हर घर-घर... Hindi · कविता 342 Share शिवाभिषेक: 'आनन्द'(अभिषेक पाराशर) 4 Nov 2017 · 1 min read ?? चलो बढ़े भारत माता सिर मुकुट सजा दें?? ज्यों विपिन में सिंह गर्जना होती है, ज्यों फणि पर मणि कान्ति चमकती है, स्वश्रम से कुछ ऐसे ही निज संस्कृति पर दीप्ति सजा दें, चलो बढ़े भारत माता सिर... Hindi · कविता 275 Share शिवाभिषेक: 'आनन्द'(अभिषेक पाराशर) 31 Oct 2017 · 2 min read मेरा विद्यालय-शिक्षा का बदलता स्वरुप साम नाद का वह स्वर जो अरण्य से कानों में आता था, तत्व ज्ञान विज्ञान की शिक्षा को जो हमको सिखलाता था, ऐसी बहुमुखी शिक्षा का कत्ल भला क्यों कर... Hindi · कविता 9k Share शिवाभिषेक: 'आनन्द'(अभिषेक पाराशर) 25 Oct 2017 · 1 min read ??हनुमनू निक ताको मेरी ओर?? हनुमनू निक ताको मेरी ओर, राम चरन सुनिबे को रसिया, पुलके अंग अंग छोर, ज्ञानिन में श्रेष्ठ हो बजरंग अचरज लीला तोर, पवन तनय के मुख कूँ ताकें मेरी अँखिया... Hindi · कविता 248 Share शिवाभिषेक: 'आनन्द'(अभिषेक पाराशर) 19 Oct 2017 · 1 min read ??विश्व धरा के जन जन को दीपोत्सव मंगलमय हो ?? धवल प्रकाश विखेरे दीपक धरनी पर, अलंकार ज्यों शोभित होते तरुणी पर, नव तरुणी सी शोभा लेकर अपनी पावन संस्कृति हो, विश्व धरा के जन जन को दीपोत्सव मंगलमय हो... Hindi · कविता 256 Share शिवाभिषेक: 'आनन्द'(अभिषेक पाराशर) 16 Oct 2017 · 1 min read ‼‼ बजरंगी मेरे मन की पीर हरो ‼‼ सभी सुहृदों को हनुमत जन्म महोत्सव की अग्रिम शुभ कामना, हनुमान जी सभी सद्बुद्धि देवें तथा रघुपति चरणों में प्रेम बृद्धि करें। जय हनुमान बजरंगी मेरे मन की पीर हरो,... Hindi · कविता 572 Share शिवाभिषेक: 'आनन्द'(अभिषेक पाराशर) 12 Oct 2017 · 1 min read ??बन्शी धुनि कबहुँ परेगी कान?? बन्शी धुनि कबहुँ परेगी कान, भ्रमर गूँज सुनिबे में आवे, ताते बडहिं न मान, योग न बनहिं न भजन बनावहिं कैसेहुँ धरहुँ जापे सान, क्षण-क्षण बीते भारी विपति में, काज... Hindi · कविता 350 Share Page 1 Next