Dushyant Kumar Patel 141 posts Sort by: Latest Likes Views List Grid Dushyant Kumar Patel 19 May 2024 · 1 min read ये गड़ी रे आरो ले मोर पिरीत के तैं ये गड़ी रे, रही रही तोर सुरता मा मन जरत हे l बन ठन के आ मिले बर अमराई मा, तोला गोठियाए बर ये... Chhattisgarhi · Chhattisgarhi · Poem 17 Share Dushyant Kumar Patel 24 Mar 2024 · 1 min read तुम आना उर में नव वसंत प्रीत लिए फागुन के पलाश रंग लिए नदी किनारे अमराई पे खुशरंग औ रासरंग लिए अंतर वीणा तुम्हें पुकारे इक आशा तुम नई जगाना धानी चुनर... Hindi · Kavita · कविता 40 Share Dushyant Kumar Patel 24 Mar 2024 · 1 min read तुम आना ( भाग -२) आ गए सरस फागुन के दिन, इस बरस माधुरी तुम आना l ये मन उलझा है धागों सा, आकर तुम इनको सुलझाना l अमराई के कोयल बन के, सांझ- सँवेरे... Hindi · Kavita · कविता 25 Share Dushyant Kumar Patel 14 Mar 2024 · 1 min read बेमतलब के घोर सोशल मीडिया के दौर में भी अब कोई नहीं भेजते हैं बेमतलब के हाय, गुड मॉर्निंग, गुड इवनिंग डिजिटल हार्ट, डिजिटल गुलाब ढोंग रहीसी के थोड़े थोड़े सब में... Hindi · Hindi Kavita · कविता 39 Share Dushyant Kumar Patel 28 Jan 2024 · 1 min read तुम मैं पथिक बेखबर राहों की, आशा की हो नव ऊषा तुम l यूं रोक कदम देखता रहूं, सुरमई व मोहक संध्या तुम l मैं जेठ झुलसता मरुथल सा, झुरमुट दरख्तों... Hindi · Kavita · कविता 2 79 Share Dushyant Kumar Patel 17 Jan 2024 · 1 min read ब निगाहें करम मुस्कुरा दो तुम(नज़्म) ब निगाहें इताब तुम न देखा करो हमको ऐसे, ब निगाहें करम मुस्कुरा दो तुम जरा एक बार l निगाहें शौक से देख लेंगे मोतियों का बिखरना, ये भीगी जुल्फें... Hindi · Kavita · कविता · नज़म 106 Share Dushyant Kumar Patel 9 Jan 2024 · 1 min read *वो न भूली होगी* बेशक प्यार भुला दी होगी पर मुड़ कर देखना का अंदाज़ बाते करते करते हल्का सा मुस्कुराना मेरा वो ना भूली होगी l पहला खत, पहली मुलाकात जुल्फों से खेलने... Hindi · Best Poem · Kavita · Poem · कविता 88 Share Dushyant Kumar Patel 31 Oct 2023 · 1 min read सुनोगे तो बताएंगे (ग़ज़ल) सुनोगे तो बताएंगे वफा कर क्या कमाए हैं ? गमेदिल और अश्कों के सिवा कुछ भी न पाए हैं l तुम्हें पाने के लिए तरकीब ये भी आज़माए हैं, कई... Hindi · ग़ज़ल 1 128 Share Dushyant Kumar Patel 31 Oct 2023 · 1 min read दिल दीवाना हो जाए (भाग-२) जब ग्वाला मधुर तान में, अपने बांसुरी बजाए l पाखी भी घर को लौटे, जब ढलती शाम बुलाए l मन आवारा हो जाए, दिल दीवाना हो जाए l जब जादू... Hindi · Kavita · कविता 124 Share Dushyant Kumar Patel 31 Oct 2023 · 1 min read दिल दीवाना हो जाए (भाग-१) जब कोई मधुबाला की, गजरा महक- महक जाए l जब फूलों के उपवन में, कोई तितली इतराए l तन मन सुरभित हो जाए, दिल दीवाना हो जाए l जब पायल... Hindi · Kavita · कविता 64 Share Dushyant Kumar Patel 8 Oct 2023 · 1 min read शोखी इश्क (ग़ज़ल) वो शोखी इश्क को हम इस तरह से आजमाते हैं कभी नखरे दिखाते हैं, कभी उनको सताते हैं हमारी तो ये आदत है,नज़ाकत है ,शरारत है मुहब्बत यूं समझना मत... Hindi · ग़ज़ल 123 Share Dushyant Kumar Patel 1 Oct 2023 · 1 min read काश तुम्हारी तस्वीर भी हमसे बातें करती काश तुम्हारी तस्वीर भी हमसे बातें करती दुष्यंत ये रात तन्हाई की यूं ही गुजर जाती ✍️ दुष्यंत कुमार पटेल Quote Writer 264 Share Dushyant Kumar Patel 24 Sep 2023 · 1 min read हाइकु 1 कोयल कूके कुसुमाकर आया तुम न आए 2 सुबह बेला ये सावन के झूले हम तुम है 3 मैं पतझड़ तुम बसंत प्रिये स्वागत तेरा 4 पाखी यादों की... Hindi · Haiku · Kavita · हाइकु 65 Share Dushyant Kumar Patel 16 Sep 2023 · 1 min read निकले थे चांद की तलाश में निकले थे चांद की तलाश में तेरा दीदार हुआ और तलाश खत्म हो गई ✍️ *दुष्यंत कुमार पटेल* Quote Writer 237 Share Dushyant Kumar Patel 16 Sep 2023 · 1 min read किसी एक के पीछे भागना यूं मुनासिब नहीं किसी एक के पीछे भागना यूं मुनासिब नहीं दुष्यंत जमाने में थोड़ी औरों से भी यारी रख ##दुष्यंत कुमार पटेल## Quote Writer 290 Share Dushyant Kumar Patel 16 Sep 2023 · 1 min read नैन मटकका और कहीं मिलना जुलना और कहीं नैन मटकका और कहीं मिलना जुलना और कहीं पर वो कहती है सबसे, सिर्फ तुम्हीं से उल्फत है l ✍️ *दुष्यंत कुमार पटेल* Quote Writer 293 Share Dushyant Kumar Patel 16 Sep 2023 · 1 min read शिमला की शाम अनकही बातों को बयां करते करते कभी ऊंचे पहाड़ की वादियों को तो कभी एक दूसरे को देखते देखते कुल्हड़ वाली चाय पी रहें थे बयां कर रहे थे मौसम... Hindi · Kavita Kosh · कविता 175 Share Dushyant Kumar Patel 10 Sep 2023 · 1 min read अगर है इश्क तो (ग़ज़ल) हमें खुद को नहीं इतना सताना चाहिए था गमेंदिल मुस्कुरा कर भूल जाना चाहिए था अगर है इश्क तो खुलके जताना चाहिए था जो जलते हैं उन्हें यारों जलाना चाहिए... Hindi · ग़ज़ल 80 Share Dushyant Kumar Patel 27 Aug 2023 · 1 min read *चंद माहिया* 1 शाम मिलन की आई मन में है थिरकन प्रीत की बदरा छाई 2 ये प्रीत पुरानी है चांद तेरे संग ताउम्र बितानी है 3 गुलजार नहीं राहें तुम कब... माहिया 76 Share Dushyant Kumar Patel 27 Aug 2023 · 1 min read अभिनय कब तक बदलता रहूं गिरगिट की तरह रंग एक चेहरा पे कई के चेहरे कब तक छुपता फिरूं शीशे की तरह टूट कर होठों पे झूठी मुस्कान लिए कब तक... Hindi · कविता 204 Share Dushyant Kumar Patel 27 Aug 2023 · 1 min read आशिकी दरकार है (ग़ज़ल) दिल तुम्हें जब आशिकी दरकार है राह फिर क्यों मखमली दरकार है जिंदगी है आजकल हमसे खफा उसको थोड़ी दिल्लगी दरकार है शोर तन्हाई का रब्बा हर तरफ़ जिंदगी को... Hindi · ग़ज़ल 372 Share Dushyant Kumar Patel 27 Aug 2023 · 1 min read आशिकी (ग़ज़ल) यार की जिंदगी में कमी रह गई नाम के बस यहां दोस्ती रह गई बज़्म तो हुस्न वालों ने यूं लूट ली और तनहा तेरी सादगी रह गई खो गई... Hindi · ग़ज़ल 327 Share Dushyant Kumar Patel 19 Aug 2023 · 1 min read *चंद माहिया* (पंजाबी विधा) 1 राह निहारे नैनन तुम कब आओगे सूना है घर आंगन 2 यूं लहरा के आंचल सौंधी मुस्काके तू न कर मुझे पागल 3 तुम भी हद करते हो गैर... Hindi · कविता · माहिया 102 Share Dushyant Kumar Patel 13 Aug 2023 · 1 min read मुलाकात (ग़ज़ल) आंखों में मुलाकात की तिश्नगी हमें अच्छी लगी जो तेरे दिल में है दिल्लगी हमें अच्छी लगी झुकी झुकी ये पलके और हयापन चेहरे पे मेरे हमदम तेरी सादगी हमें... Hindi · ग़ज़ल 282 Share Dushyant Kumar Patel 23 Jul 2023 · 1 min read *कुछ अनुभूतियाँ* [1] अपने अपनों में भेद यहां, पर ना किंचित खेद किसी को l खुद के घर में आग लगी है, पर ना आए वेद किसी को ll [2] उजड़ा है... Hindi · कविता 173 Share Dushyant Kumar Patel 9 Jul 2023 · 1 min read मुंतिजर में (ग़ज़ल) इस चमन में प्यार की आबोहवा कब आएगी मुंतिजर में है सुकूं वाली निशा कब आएगी ये शरारत भाव खाना माना अच्छी हैं मगर तितलियों सी यूं हसीं नाजों अदा... Hindi · ग़ज़ल 144 Share Dushyant Kumar Patel 20 Jun 2023 · 1 min read बेवजह मुस्कुरा लो तुम चुपके से दर्या ए अश्क छुपा लो वजह नहीं मिलती बेवजह मुस्कुरा लो इसी बहाने निहार लेना मुझको भी मेरी इन आंखों को आईना बना लो हो जाओगे बरबाद... Hindi · ग़ज़ल 184 Share Dushyant Kumar Patel 26 Mar 2023 · 1 min read कल बहुत कुछ सीखा गए कल बहुत कुछ सीखा गए चांद और शुक्र का करीब आना आप चाहे किसी के कितने भी करीब रहो या तो दूर जाना पड़ता है या तो दूर होना पड़ता... Quote Writer 490 Share Dushyant Kumar Patel 23 Mar 2023 · 1 min read मेरा यार आसमां के चांद की तरह है, मेरा यार आसमां के चांद की तरह है, नसीब दीदार का है मुलाकात की नहीं Quote Writer 274 Share Dushyant Kumar Patel 23 Mar 2023 · 1 min read कहने को बाते बहुत जान मेरी कहने को बाते बहुत जान मेरी, कोई शाम घड़ी मिलने आओं तो | चाहत की प्रेम बदरिया बरसा कर, मेरे तन मन को भीगा जाओं तो | होंठो में गीत... Hindi 186 Share Dushyant Kumar Patel 23 Mar 2023 · 1 min read *मैं प्रतीक्षा में* (अतुकांत कविता) स्वर्णिम सुबह होते ही कब चुनमुन चिड़ियाँ चूँ-चूँ कर, मधुर कलरव कर कानों में पंचम संगीत घोल मुझे नींद से जगाएगी "मैं प्रतीक्षा में" कब संध्या बेला में कोयल कू-कू... Hindi 98 Share Dushyant Kumar Patel 16 Jan 2018 · 1 min read राधे-श्यामी छन्द *राधे-श्यामी छन्द*/ *मत्त सवैया छंद* उनकी पायल की मधु रुनझुन, शाम-सहर पास बुलाती है l वो सपनो में आ कर मेरे, आंखों की नींद चुराती है ll तितली सी वो... Hindi · कविता 3 532 Share Dushyant Kumar Patel 13 Nov 2017 · 1 min read प्रिया बावरी *कविता* हो राधा मीरा की जैसी,तुम कान्हा की दीवानी l है चल चितवन है चन्द्रवदन, तुम अलबेली मस्तानी ll हो तितली सी पग है नलिनी,हो इन्दु जमीं की रानी l... Hindi · कविता 1 1 869 Share Dushyant Kumar Patel 13 Nov 2017 · 1 min read लिख नई इबारत *गीत कैद न करके रख अपने सपनों को l अन्तर्मन की खिड़की खुला छोड़ दो ll गर कदम बढाना मंज़िल हैं पाना l मायावी बंधन को चलो तोड़ दो ll... Hindi · गीत 302 Share Dushyant Kumar Patel 13 Nov 2017 · 1 min read आरजूं दिल कि तरही गज़ल 2122 1212 22 फैसला है यहीं दीवाने का l शहर से गाँव लौट आने का ll सामने है चुनाव फ़िर कोई l *बख्त जागा गरीबखाने का* ll साजिशे... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 1 1 386 Share Dushyant Kumar Patel 13 Nov 2017 · 1 min read हर कोई बनना चाहे उसके प्रियतम *हर कोई बनना चाहे उसके प्रियतम* l उसके तो चरणकमल है,चन्द्रवदन है l और नव्य मधु बसंत सा यौवन है ll सावन कि घटा सा काजल, कमलनयन हैl कोई मंदिर... Hindi · गीत 276 Share Dushyant Kumar Patel 24 Oct 2017 · 1 min read हमराही परी मिलेगी *गीत* मेरे दिल की गलियों में कब ,चाहत की नदी बहेगी l जाने कब किस राहगुजर में,हमराही परी मिलेगी ll दिल अम्बर है गुमसुम गुमसुम,जीवन में पतझड़ मौसम l पागल... Hindi · गीत 481 Share Dushyant Kumar Patel 23 Oct 2017 · 1 min read खुदा हमें क्यों मिलाया तरही गज़ल 1212 / 1122/ 1212 / 22 यूँ मुस्कुरा के ग़में दिल अज़ाब दे जाओं l वो जाने वाले लबों का शराब दे जाओं ll हयात में क्या रखा... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 334 Share Dushyant Kumar Patel 10 Oct 2017 · 1 min read नटखट बचपन गौरैयाँ की मधुर चहक सुन, हम रोज सुबह उठ जाते थे l पगडंडी राहों पर चलकर, हम नदी नहाने जाते थे ll चंदा को मामा कहते थे, सूरज को काका... Hindi · कविता 1k Share Dushyant Kumar Patel 10 Oct 2017 · 1 min read कोई तितली नहीं आती 1222 1222 122 तेरे जाने का शिकवा क्यूँ करें हम l सितम खुद पर ढहाया क्यूँ करें हम ll जमीं पर चांद हमको मिल गया है l गगन का चाँद... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 440 Share Dushyant Kumar Patel 5 Oct 2017 · 1 min read दिन लड़कपन के न आते है तरही गज़ल 2122 2122 2122 212 सुन खुदाया इल्तिज़ा को क्या पता कुछ भी नहीं l ज़िंदगी मेरी परेशाँ आसरा कुछ भी नहीं ll दिन लड़कपन के न आते है... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 436 Share Dushyant Kumar Patel 7 Sep 2017 · 1 min read वतन के दिलवाले (कुकुभ छन्द) अमन नहीं केसर घाटी में,आतंक जड़ से मिटाओं l कश्मीरी पत्थरबाजो को,कोई तो सबक सिखाओं ll भारत के इस पुण्य जमीं पर,दुश्मन को पनाह ना दो l सब मिलके देशद्रोहियों... Hindi · कविता 379 Share Dushyant Kumar Patel 7 Sep 2017 · 1 min read आसमाँ का चाँद ग़ज़ल बह्र 2122 2122 2122 तुम सलोनी शाम जीवन की फज़ा हो l इश्क तेरा दिलकशी हो दिलकुशा हो ll इस हरीमें इश्क का तुम तो खुदा हो l भूल... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 451 Share Dushyant Kumar Patel 7 Sep 2017 · 1 min read छोटा सा बालक गरीबी का साया खुद से अलग करने के लिए नहीं बल्कि माँ की ईलाज और रोटी के लिए दोपहरी धूप में छोटा सा बालक गुब्बारे बेचने निकला था l गुब्बारे... Hindi · कविता 715 Share Dushyant Kumar Patel 7 Sep 2017 · 1 min read तुम्हारें आगमन में तुम्हारें आगमन में फूलों की बरसात हो जायें l तू मुस्कुरायें जब खजा में बहार आ जायें ll मेरे मन के सागर में इश्क की मौजे उठे , तेरी पाजेब... Hindi · गीत 325 Share Dushyant Kumar Patel 26 Aug 2017 · 1 min read खो गई आशिकी ग़ज़ल 212 212 212 212 मैं इधर से उधर भागती रह गई l कश्मकश ज़िंदगी नाचती रह गई ll खो गई आशिकी कौन से मोड़ में l नज़र मेरी उन्हें... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 515 Share Dushyant Kumar Patel 26 Aug 2017 · 1 min read ज़िंदगी जंग है तरही गजल 2122 1212 22 ज़िंदगी जंग है सँवरता हूँ l मुश्किलों पे भी मैं निखरता हूँ ll तू वफ़ा कर या तो फ़ना कर दे l आज दिल तेरे... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 433 Share Dushyant Kumar Patel 26 Aug 2017 · 1 min read हम अनाथ हम अनाथ, इस दुनिया में हमारा न घर न परिवार कोई सुनता नहीं ? भगवान पत्थर है और इंसान भी ये दुनिया आज भी हमारे लिये विरान और काँटो भरा... Hindi · कविता 669 Share Dushyant Kumar Patel 22 Jul 2017 · 1 min read मुलाकात बाकी है// *गीत* प्यार का बादल छाया है बरसात बाकी है कर ली है नैनों ने इशारें मुलाकात बाकी है हम उनकों शामों-सहर याद करने लगे है उसके दिल आशियां में हम रहने... Hindi · गीत 321 Share Dushyant Kumar Patel 22 Jul 2017 · 1 min read बरसात की ऋतु सावन आया बरसे छम-छम कर बदरा धरती ओढी मखमल हरित चुनरिया मिट्टी से सौंधी-सौंधी खुश्बू आई गाँव में हरियाली मनभावन नज़रिया नव जीवन चहुँओर मधुरमय खुशहाली धरती पुत्र का मन... Hindi · कविता 1 968 Share Page 1 Next