DESH RAJ 68 posts Sort by: Latest Likes Views List Grid DESH RAJ 28 May 2022 · 1 min read कौन थाम लेता है ? जब भी मैं गिरता हूँ तो न जाने कौन थाम लेता है ? देखूं उसे तो आँखों से ओझल होकर चल देता है I प्यार की पतंग मेरी आसमान में... Hindi · कविता 6 4 650 Share DESH RAJ 26 Jul 2020 · 2 min read “ तेरी लौ ” ऐसी “लौ” जलाई तूने कि मेरा दिल कुर्बान हो गया, अब न रहा यह मेरा दिल उस पर तेरा राज हो गया I जिस पल का मुझे इंतज़ार था ,... Hindi · कविता 6 6 802 Share DESH RAJ 19 Jul 2020 · 1 min read खुशबू हर तरफ तेरी ही खुशबू और तेरा ही बस नज़ारा है, “हसीन दिलबर” तू फूलों का महकता हुआ साया हैI इंसान जब इंसानियत से दूर होता हुआ चला जाए, “नफरत... Hindi · कविता 5 4 676 Share DESH RAJ 24 Nov 2018 · 1 min read “ माँ गंगा ” गंगा कल-कल करती जाती अविचल , मन है जिसका चंचल, हृदय स्वच्छ निर्मल , बह जाते जिसमें सारे के सारे दावानल , फिर भी जल है जिसका रहता शुभ मंगल... "माँ" - काव्य प्रतियोगिता · कविता 4 53 705 Share DESH RAJ 11 Aug 2020 · 1 min read सूरज की पहली किरण सूरज की पहली किरण नहीं देखी, वो उजाला क्या जाने ? इंसानियत जिसने नहीं जानी वो इंसान को क्या पहचाने ? “अँधेरे में जीवन” काटकर वो नेकी-बदी को पहचान गए,... Hindi · कविता 3 4 1k Share DESH RAJ 20 May 2020 · 2 min read तेरी एक तिरछी नज़र रोता है आसमान क्यों सारा , रोती है क्यों हवाएँ ? थम गई है इस शहर की सांसे कोई नज़र न आये , तेरी एक तिरछी नज़र ने हमें कहाँ... Hindi · कविता 3 675 Share DESH RAJ 12 Jul 2020 · 1 min read नैय्या की पतवार जब हाथों दे दिया तुमको अपना हाथ तो डरना क्या ? मेरी नैय्या की पतवार तुम्हारे हाथों में तो डरना क्या ? मेरे साजन इस तरह रूठेगें यह मुझे मालूम... Hindi · कविता 3 6 719 Share DESH RAJ 2 Aug 2020 · 2 min read "लाइलाज दर्द" दर्द ऐसे न दो कि दर्द लाइलाज हो जाए, दिलों को साथ चलना दुस्वार हो जाए I फूलों को तार-२ करके “ फुलवारी ” का हाल पूछते हो, जख्मों से... Hindi · कविता 3 8 624 Share DESH RAJ 7 Aug 2020 · 1 min read " हसीन जुल्फें " मेरे पिया बिन तेरे इस जहाँ में जी न पाएंगे, काँटों से भरी राह के बीच चल नहीं पाएंगे I तेरी मोहब्बत मुझे किस मुकाम पर ले आई है? “... Hindi · कविता 3 8 616 Share DESH RAJ 9 Aug 2020 · 1 min read " सच का दिया " चाहे लाख तूफ़ान आये मगर सच का दिया बुझ नहीं सकता, जिंदगी अगर बख्शी है “मालिक” ने तो वो मिट नहीं सकता I “मालिक” तुम हमसे नज़रें न मोड़ना वर्ना... Hindi · कविता 3 6 769 Share DESH RAJ 21 Oct 2018 · 2 min read नन्हें फूलों की नादानियाँ गुलशन को आग के हवाले करके खुश हो जाते हैं, नन्हें फूलों की नादानियों पर मद-मस्त हो जाते हैं I फूलों की नगरी में क्यों एक खामोसी छाई हुई ?... Hindi · कविता 3 2 769 Share DESH RAJ 13 Aug 2020 · 1 min read “ कोरोना ” जहाँ लोगों को प्यार न मिलता हो वहां जीकर क्या करेंगे ? जहाँ काँटे का कारोबार चलता हो , वहां जीकर क्या करेंगे , फूल रो-रोकर अपने हाल सुनाने लगे,... Hindi · गीत 3 529 Share DESH RAJ 14 Aug 2020 · 1 min read आजादी का जश्न आजादी का जश्न हम खुशियों से मनाते चले, पूर्वजों की अस्थियों पर दो फूल चढाते चले I गाँधी, अम्बेदकर, सुभाष के त्यागों को कभी भुला न पाएंगे, उनकी यादों बगैर... Hindi · कविता 3 4 1k Share DESH RAJ 19 Dec 2020 · 1 min read “ कोरोना ” गीत जहाँ लोगों को प्यार न मिलता हो वहां जीकर क्या करेंगे ? जहाँ काँटे का कारोबार चलता हो , वहां जीकर क्या करेंगे , फूल रो-रोकर अपने हाल सुनाने... Hindi · गीत 3 9 425 Share DESH RAJ 30 Dec 2017 · 1 min read नववर्ष का संकल्प नववर्ष का प्रारम्भ हर एक आँगन में प्यार का फूल खिलाकर करें, देश में हम अमन, इंसानियत, प्रेम का पौधा घर-२ में लगाकर करें I हर एक नागरिक को सम्मान... Hindi · कविता 3 1k Share DESH RAJ 8 Aug 2020 · 1 min read “ राजा और प्रजा ” राजा जब राजा का कार्य न करे,तो प्रजा बहुत परेशान होती है, डॉक्टर जब डॉक्टर का काम न करे, तो जनता हैरान होती है I चाटुकारों के सहारे चलने वाला... Hindi · कविता 2 2 1k Share DESH RAJ 28 Apr 2020 · 1 min read दर्द की कश्ती दर्द की कश्ती पर सवार होकर दरिया पार किये जाता हूँ, "जख्मों का सैलाब” लेकर "मझधार" पार किये जाता हूँ I जीवन तुझको अर्पित है तो डरना किस बात का,... Hindi · कविता 2 1 1k Share DESH RAJ 12 Jul 2018 · 1 min read तमन्नाओं का संसार तमन्नाओं की सीमा जिंदगी को पार कर आगे चली गई, बेचारी जिंदगी पीछे छूट गई तमन्ना बहुत आगे बढ़ गई I कोई “माया” की तमन्ना में अपना होश भी खो... Hindi · कविता 2 1 1k Share DESH RAJ 19 Apr 2018 · 2 min read आखिरी पड़ाव वो क्या जिंदगी-२ है ? जो किसी के ओठों पर मुस्कान न ला सके, मालिक के अनमोल नूर को जहाँ में जरूरतमंदो को न बाँट सके I अब क्यों ?जिंदगी... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 2 775 Share DESH RAJ 6 May 2023 · 1 min read मेरी बेटियाँ और उनके आँसू ए हवा, ठहर जा तू मेरी बेटियों के आँसुओं की धारा लेकर आई है, मेरी कोख ने जिसे जन्म दिया उनकी हसरतों को दफना कर आई है I तेरे राह... Hindi · गीत 2 1 537 Share DESH RAJ 10 Aug 2020 · 2 min read रिमोट :: वोट हर तरफ लुटेरे घूम रहें है, जरा उनसे संभलकर चलना , कोई तुम्हें लूट न ले इस “जहाँ” में थोड़ा बच कर चलना I अपनी जिंदगी का “ रिमोट ”... Hindi · कविता 2 4 616 Share DESH RAJ 12 Aug 2020 · 1 min read “सराय का मुसाफिर” तेरी मोहब्बत न जीने देती , न मरने देती है मुझको, तेरी बेपनाह चाहत तड़पने भी नहीं देती है मुझको , सराय का एक मुसाफिर हूँ एक दिन अपने घर... Hindi · कविता 2 2 652 Share DESH RAJ 12 Sep 2020 · 2 min read एक दुखियारी माँ रात के अँधेरे में राह से गुजरते हुए एक माँ को देखा, दुखियारी माँ की आँखों में आँसुओं को बहते हुए देखा I एक करुण पुकार : मेरे आँचल का... Hindi · कविता 2 4 1k Share DESH RAJ 10 Apr 2023 · 1 min read तूफ़ान और मांझी तूफानी स्याह रात में फँसी मेरी नैय्या माँझी ले चल उस पार, बीच भंवर में डूब रही मेरी नैय्या पिया मिलन की लगी आस I जमाना कहता रहे तुझे दिल... Hindi · गीत 2 4 522 Share DESH RAJ 23 Apr 2023 · 1 min read पतझड़ के दिन मितवा , पतझड़ के ये दिन भी गुजर जायेंगे , चमन में बहारें आएँगी फूल फिर मुस्करायेंगे I सारा ज़माना मुझे कुछ भी कहे, कोई गम नहीं , तुम न... Hindi · गीत 2 605 Share DESH RAJ 30 Jan 2017 · 1 min read जिंदगी की रेस दूर तक बस केवल एक सन्नाटा नज़र आता है, सन्नाटे में आदमी को सिर्फ भागते हुए पाता हूँ I जिंदगी को रेस बनाकर हम कहाँ दौड़ते जा रहे ? कहाँ... Hindi · कविता 2 1k Share DESH RAJ 11 Feb 2017 · 1 min read सच्चा रिश्ता रिश्तों को देखा मौसम के रंग की तरह बदलते हुए, मोतियों को देखा “प्यार की माला ”से बिखरते हुए , आदमी को देखा नफरत के चक्रव्यूह में फंसते हुए, दिये... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 2 1k Share DESH RAJ 12 Mar 2017 · 1 min read “ गंगा ” का सन्देश गंगा कल-कल करती जाती अविचल , मन है जिसका चंचल, हृदय स्वच्छ निर्मल , बह जाते जिसमें सारे के सारे दावानल , फिर भी जल है जिसका रहता शुभ मंगल... Hindi · कविता 2 691 Share DESH RAJ 18 Mar 2017 · 2 min read “ विश्वास की डोर ” कठिन पथरीली राहों पर चलकर जीवन की मंजिल पा ही लेंगे , जमाना कुछ भी कहे, दिलों में मोहब्बत का “दिया” जला ही देंगे I “विश्वास की डोर ” से... Hindi · कविता 2 1 818 Share DESH RAJ 26 Jan 2017 · 2 min read बस एक ही भूख जिंदगी की राह में चलते-चलते आज मायूस हो गए, माया की दुनिया में लक्ष्य से हटने पर मजबूर हो गए I कभी अरमान था कि एक महकता गुलिस्ताँ बनाऊंगा, “इंसानियत”... Hindi · कविता 1 1 1k Share DESH RAJ 27 Jan 2017 · 2 min read खूबसूरत तस्वीर दिल की हसरत है कि तुझसे मिलकर अपने प्यार का इजहार करूँ, हर एक दिन तेरी खूबसूरत तस्वीर को दिल से लगाकर दीदार करूँ I तेरे सुन्दर शहर में यह... Hindi · कविता 1 1k Share DESH RAJ 26 Jan 2023 · 1 min read सच्ची पूजा ताकत और कुर्सी का ऐसा रुतबा देखकर मेरी आँखें शरमा गई, वतन पर जान न्यौछावर करने वाले शहीदों की याद आ गई I फूलों की कलियों पर रुतबे की चाबुक... Hindi · कविता 1 261 Share DESH RAJ 22 May 2022 · 1 min read वक्त और दिन जीवन मेले में वक्त और दिन हमेशा एक जैसे रहते नहीं, बारिश और तूफ़ान भी समंदर में देर तक ठहरते नहीं I जहाँ भी इस जहाँ में जाता हूँ, तेरी... Hindi · कविता 1 475 Share DESH RAJ 15 May 2022 · 1 min read आज के नौजवान आज के नौजवान इमारत के ऊपर इमारत बना रहे, बिना नींव इस पर अपना नया आशियाना बसा रहे I जिस डाल पर बैठे उसी की डाल को काटने में लग... Hindi · कविता 1 637 Share DESH RAJ 6 May 2022 · 1 min read जग के पिता ए मुसाफिर,तू किस ओर आँख बन्द कर बढ़ता जा रहा है, जाना कहाँ था ? अँधेरी खाई में खुद ही डूबता जा रहा है I कितने अरमानों से जग के... Hindi · कविता 1 2 619 Share DESH RAJ 10 Apr 2022 · 2 min read चिड़िया और जाल चिड़िया खुद जाल में फँस गई शिकारी बस देखता रह गया, नाव मँझधार में आकर डूब गई मांझी बस देखता रह गया I कैसा दौर चल रहा है यह कभी... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 1 940 Share DESH RAJ 3 Apr 2022 · 1 min read प्यार का अलख अलख प्यार का जलाकर वो रश्मों-रिवाजों की बात करते है , इश्क की दरिया में लाकर वो अब मेरे अश्कों की बात करते है I तू चाहे न चाहे तू... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 1 849 Share DESH RAJ 26 Dec 2021 · 1 min read दौर-ए-सफर दौर- ए- सफर जिंदगी में चलते हुए हमने कभी सोचा न था, नफरत के ज्वार में चिरागों को इस तरह बुझते हुए देखा न था I भविष्य के नौनिहालों को... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 1 609 Share DESH RAJ 3 Feb 2017 · 2 min read “माँ भारती” के सच्चे सपूत नफरत की फसल उगाकर बहुत मुस्करा रहे वो, इंसानियत का जनाज़ा निकालकर मुस्करा रहे वो I इन्सान-इन्सान को बाँट कर क्या मिल जायेगा तुमको ? कोठियां,गाड़ी,सत्ता बढाकर क्या मिल जायेगा... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 1 1k Share DESH RAJ 5 Feb 2017 · 1 min read कश्मीर की तस्वीर एक दिन सपने में देखा अपना प्यारा कश्मीर, “स्वर्ग से सुंदर ” धरा की उजड़ी हुई तस्वीर I आदमी को आदमी का लहू पीते देखा , इंसान को भेड़-बकरियों की... Hindi · कविता 1 1 912 Share DESH RAJ 22 Feb 2017 · 1 min read जुल्म की इन्तहा “ जुल्म की इन्तहा ” करके “ जहाँ ” में वो वफ़ा की उम्मीद करते , खुशियाँ छीनकर “जग के मालिक” से खुशियों की उम्मीद करते I प्यार के गुलशन... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 1 2 2k Share DESH RAJ 24 Sep 2017 · 2 min read “आनंद ” की खोज में आदमी “आनंद” की महकती मीठी दरिया में सुधबुध खोकर बहते चले गए , जाना था भवसागर पार पर जीवन के अंतिम सच के करीब पहुँच गए I खुशबूदार हवा के झोकों... Hindi · कविता 1 746 Share DESH RAJ 23 Sep 2018 · 1 min read ** तेरा बेमिसाल हुस्न ** जब तेरे कदम इतने सुंदर तो तेरा चेहरा कितना खूबसूरत होगा ? जब तेरे नैन इतने मतवाले तो तेरा दिल कितना खूबसूरत होगा ? तेरे “ बेमिसाल हुस्न के भंवर... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 1 445 Share DESH RAJ 16 Jun 2018 · 1 min read मेरी चुनरिया जिस “ हाल ” में रखे तू उस हाल में खुश हूँ , तेरी नज़रों के अहसाने करम से मैं खुश हूँ I तेरी एक नज़र से मेरी जिंदगी की... Hindi · कविता 1 741 Share DESH RAJ 2 Jul 2017 · 1 min read अनोखी सीख नफरत को नफरत से मिटाने की अनोखी सीख हमें दे रहे , “बारूद के शोलों” से घरों का अंधेरा मिटाने की सीख दे रहे I गुलशन के फूल बनने की... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 1 923 Share DESH RAJ 28 Feb 2018 · 2 min read जीवन मेला जीवन मेला “जहाँ” में इसी तरह चलता ही रहेगा , मेले का यह कारोबार सजता और उजड़ता रहेगा I बिछुड़कर भी उनको अपना असली मुकाम मिल गया, मिलकर भी इस... Hindi · कविता 1 3 811 Share DESH RAJ 15 Jul 2017 · 1 min read मोतियों की सुनहरी माला मत तोड़ो मोतियों की सुनहरी माला बिखर जाएगी , फिर अगर बिखर गई तो कभी भी नहीं जुड़ पायेगी I सुंदर फूलों की इस बगिया में काँटों का व्यापार करने... Hindi · कविता 1 1k Share DESH RAJ 2 Aug 2017 · 1 min read भारत की जमीं वो हँस रहे इंसानियत पर , कहते है सारा जमाना है उनके साथ , गिला मत कर इंसान “ जग के मालिक का प्यार ” है तेरे साथ I “जहाँ”... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 1 1k Share DESH RAJ 22 Mar 2017 · 2 min read चिड़िया का घोंसला “ चिड़िया ” घोंसला छोड़कर आसमान से पार उड़ गई ,हम बस देखते रह गए , सूनी हो गई पेड़ की पत्ती-डालें , हम आसमान की ऊंचाईयों को देखते रह... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 1 1 2k Share DESH RAJ 15 Oct 2017 · 1 min read फूल की महक फूल वो फूल नहीं जो अपनी महक दे न सके गुलशन को , चन्दन वो चन्दन नहीं जो शीतलता दे न सके उपवन को I फूल को गुमान है कि... Hindi · कविता 1 2k Share Page 1 Next