डी. के. निवातिया Tag: गीत 60 posts Sort by: Latest Likes Views List Grid डी. के. निवातिया 4 Aug 2025 · 1 min read हरियाली तीज – चौपाई में कविता 🌿 हरियाली तीज – चौपाई में कविता 🌿 १. सावन मास सुहावन लागे । हरियाली में मन अनुरागे ॥ नाचे धरती, गाए अंबर । खुशियाँ लाया तीज सुन्दर ॥ २.... Hindi · कविता · ग़ज़ल/गीतिका · गीत 167 Share डी. के. निवातिया 9 Dec 2024 · 1 min read सोलह श्रृंगार कर सजना सँवरना तेरा - डी. के. निवातिया सोलह श्रृंगार कर सजना सँवरना तेरा, जान लेता है चूड़ियों का खनकना तेरा ! महका देता है इन फिजाओं को रंगत, गुलशन के फूलों के जैसे महकना तेरा ! जब... Hindi · कविता · कोटेशन · ग़ज़ल/गीतिका · गीत · शेर 1 343 Share डी. के. निवातिया 18 Nov 2024 · 1 min read तुम क्या जानो किस दौर से गुज़र रहा हूँ - डी. के. निवातिया तुम क्या जानो किस दौर से गुज़र रहा हूँ, डाली से टूटे फूल की तरह बिखर रहा हूँ ! ख़ाक से उठकर निखरने की कोशिश में, जर्रा-जर्रा जोड़कर फिर से... Hindi · कविता · ग़ज़ल/गीतिका · गीत · गीतिका 208 Share डी. के. निवातिया 21 Jun 2024 · 1 min read आँखों में मुहब्बत दिखाई देती है दिन दिनांक : शुक्रवार, २१ जून-२०२४ विद्या : ग़ज़ल बह्र : बहरे मुतकारिब मुसमन सालिम अरकान :फ़ऊलुन फ़ऊलुन फ़ऊलुन फ़ऊलुन मात्रा भार : 122 122 122 122 उन्वान : आँखों... Hindi · कविता · ग़ज़ल · ग़ज़ल/गीतिका · गीत 1 250 Share डी. के. निवातिया 13 May 2024 · 2 min read माँ आज भी मुझे बाबू कहके बुलाती है दिन दिनांक - रविवार, १२ मई, २०२४ विषय : मातृ दिवस विशेषांक विद्या : कविता शीर्षक : "माँ" आज भी मुझे बाबू कहके बुलाती है *** यशोदा-कौशल्या से ज़्यादा लाड... Hindi · कविता · कोटेशन · गीत · गीतिका 285 Share डी. के. निवातिया 13 May 2024 · 1 min read वोट करो भई वोट करो दिन दिनांक : सोमवार, १३ मई २०२४ विद्या : कविता विषय : मतदान शीर्षक: वोट करो भई वोट करो, *** वोट करो भई वोट करो, तारीख अपनी नोट करो, लोकतंत्र... Hindi · कविता · कोटेशन · गीत · गीतिका 232 Share डी. के. निवातिया 30 Apr 2024 · 1 min read ग़ज़ल - वो पल्लू गिराकर चले थे कभी, दिन दिनांक : मंगलवार ३० अप्रैल २०२४ विधा : ग़ज़ल बह्र: बहरे मुतक़ारिब मुसम्मन सालिम मक़्सूर अरकान : फ़ऊलुन फ़ऊलुन फ़ऊलुन फ़अल मात्रा भार : १२२ / १२२ / १२२... Hindi · कविता · ग़ज़ल · ग़ज़ल/गीतिका · गीत · शेर 237 Share डी. के. निवातिया 23 Mar 2024 · 1 min read खेलो रे होली, साथी खेलो रे - डी के निवातिया होली गीत *********** खेलो खेलो रे, खेलो खेलो रे, खेलो रे होली, साथी खेलो रे !! रंग लगाओ, सबको गले लगाओ, मौज मनाओ भाई गुंजिया खाओ, रंगो में रंगो के,... Hindi · कविता · गीत · गीतिका · होली गीत 269 Share डी. के. निवातिया 20 Feb 2024 · 1 min read माहिया - डी के निवातिया माहिया *** आया फाग महीना सुन ले रे साजन, मुश्किल तन्हा जीना !! १ !! आयो घूमत घूमत फागुन बासंती, तन-मन मोरा झूमत !! २ !! पतझड़ के मौसम में,... Hindi · कविता · गीत · माहिया 300 Share डी. के. निवातिया 10 Feb 2024 · 2 min read हाँ हम ऐसे ही बाल दिवस मनाते है - डी. के. निवातिया हाँ हम ऐसे ही बाल दिवस मनाते है !! ************** हर वर्ष मनाते है हम बाल दिवस हर वर्ष उनके नाम के झंडे सजाते है दे नहीं सकते हम आश्रय... Poetry Writing Challenge-2 · कविता · गीत · बाल कविता 290 Share डी. के. निवातिया 10 Feb 2024 · 2 min read लाज बचा ले मेरे वीर - डी के निवातिया देश भक्ति गीत ************** क्यों वेदना शुन्य हुई, क्यों जड़ चेतन हुआ शरीर अस्तित्व से वंचित हुए है कहाँ खो गए हो शूरवीर नही सुनी क्या चीत्कार ,क्यों सोया है... Poetry Writing Challenge-2 · Deshbhakti Geet · कविता · गीत 277 Share डी. के. निवातिया 10 Feb 2024 · 2 min read मेरे भारत की नारी - डी. के निवतिया मेरे भारत की नारी **************** हे जग की सूत्रधार, मेरे भारत की नारी ये क्या दशा हुई आज तुम्हारी II मात्र तेरे आने की आहट से ही क्यों सहम जाती... Poetry Writing Challenge-2 · कविता · गीत 315 Share डी. के. निवातिया 10 Feb 2024 · 3 min read वीर गाथा - डी के निवातिया वीर गाथा _____________ बहुत सुनी होंगी कहानिया रांझा और हीर की आओ तुम्हे, आज सुनाये, गाथा एक वीर की मर मिटते है जो, मातृभूमि पर हॅसते - हँसते अँखियो में... Poetry Writing Challenge-2 · कविता · गीत 301 Share डी. के. निवातिया 10 Feb 2024 · 2 min read जिस दिन से बिटिया रानी - डी के निवातिया जिस दिन से बिटिया रानी, मेरे आँगन छोड़कर चली गयी, मिलन को तरस रहे है नैना, क्यों बाबुल की गली भूल गयी !! निर्झर बरसते है मेरे नैना, जैसे सागर... Poetry Writing Challenge-2 · कविता · गीत · गीतिका 1 396 Share डी. के. निवातिया 10 Feb 2024 · 1 min read माहिया - डी के निवातिया माहिया ******* माहिया तू वादा कर मिलना जरूरी है, एक बार इरादा कर !! *** रुख कैसे मोड़ ले हम, उनकी बातो को, उन तक क्यूँ छोड़ दे हम !!... Poetry Writing Challenge-2 · कविता · गीत 1 272 Share डी. के. निवातिया 10 Feb 2024 · 1 min read माहिया - डी के निवातिया माहिया ******* सावन सूना जाए तेरे बिन साज़न बरखा मुझे ना भाये।। *** ये सावन के झूलें कहते है हर पल तुमको कैसे भूलें ।। *** पूछे मुझ से रातें,... Poetry Writing Challenge-2 · कविता · गीत 293 Share डी. के. निवातिया 10 Feb 2024 · 1 min read माहिया - डी के निवातिया माहिया ****** जाती हो तो जाओ, बीती बाते तुम, यादो में ना आओ !! ! आओ ना मस्ती में, की खो ना जाऊं मैं दिल की बस्ती में !! !... Poetry Writing Challenge-2 · कविता · गीत 1 228 Share डी. के. निवातिया 10 Feb 2024 · 1 min read माहिया - डी के निवातिया माहिया *** ये दिल कुछ कहता है, इसकी भी सुन ले, तुझ में ही रहता है !! ! सुन इस फरियादी की ये क्यूँ करता है, बातें बरबादी की !!... Poetry Writing Challenge-2 · कविता · गीत 187 Share डी. के. निवातिया 10 Feb 2024 · 1 min read माहिया - डी के निवातिया माहिया **** दिन आये फूलों के, मौसम डालने का, पेड़ो पर झूलों के !! *** कोयल का गान सुनो, क्या कहती है ये, रखकर तुम कान सुनो !! *** गाती... Poetry Writing Challenge-2 · कविता · गीत 240 Share डी. के. निवातिया 10 Feb 2024 · 1 min read मिला जो इक दफा वो हर दफा मिलता नहीं यारों - डी के निवातिया विधा: ग़ज़ल बह्र का नाम: बहरे हज़ज मुसम्मन सालिम अरकान: मुफाईलुन मुफाईलुन मुफाईलुन मुफाईलुन मात्राएँ: 1222 1222 1222 १२२२ ***** मिला जो इक दफा वो हर दफा मिलता नहीं यारों,... Hindi · ग़ज़ल · ग़ज़ल/गीतिका · गीत · गीतिका · शेर 334 Share डी. के. निवातिया 18 Jan 2024 · 1 min read चाँद - डी के निवातिया ।। चाँद ।। चाँद को नजर लगाता चाँद, नूर को चमक दिखाता चाँद !! कैसे करूँ इस पर भरोसा मैं, झूठ को असल बताता चाँद !! मैं भी टुकड़ा हूँ... Hindi · कविता · ग़ज़ल/गीतिका · गीत 234 Share डी. के. निवातिया 21 Nov 2023 · 1 min read बाल दिवस विशेष- बाल कविता - डी के निवातिया बाल दिवस विशेष- बाल कविता सबसे न्यारे, सबसे सच्चे, कितने प्यारे, होते बच्चे ! फूलों सी इनकी मुस्कान, इनके मन बसते भगवान ! कोमल होती इनकी वाणी, बातों के ये... Hindi · कविता · गीत · बाल कविता 2k Share डी. के. निवातिया 21 Nov 2023 · 1 min read आजकल भरी महफ़िल में सूना सूना लगता है, आजकल भरी महफ़िल में सूना सूना लगता है, वक्त भी जैसे हमसे आजकल रूठा लगता है ! नीरस लगती है ये फ़िज़ा ये बहारें गुलशन की, तुझ बिन भीगा सावन... Hindi · कविता · गीत · गीतिका 378 Share डी. के. निवातिया 27 Oct 2023 · 1 min read दिल समझता नहीं दिल की बातें, - डी. के. निवातिया दिल समझता नहीं दिल की बातें, बड़ा नादाँ है चाहता है मुलाकते ! बैचैनी के आलम में जीता रहता है, काटे से कटती नहीं है अब रातें ! गुम रहता... Hindi · कविता · ग़ज़ल/गीतिका · गीत 308 Share डी. के. निवातिया 25 Jul 2023 · 2 min read गूंगी प्रजा बहरा राजा रहते मेरे देश मे !! _*उलटी गंगा, विषमयी धारे, बहते मेरे देश में*_ _*गूंगी प्रजा, बहरा राजा रहते मेरे देश मे !!*_ ! शहरों के शहर भरे है, ज़िंदा चलती लाशो से, घर घर में... Hindi · कविता · गीत · गीतिका 335 Share डी. के. निवातिया 13 Jul 2023 · 1 min read फ़ितरत अपनी-अपनी "फ़ितरत अपनी-अपनी" कोई हसंता है तो कोई हंसाता है, कोई रोता है तो कोई रुलाता है, कोई भगाता है तो कोई बुलाता है, कोई फंसता है तो कोई फंसाता है... "फितरत" – काव्य प्रतियोगिता · कविता · गीत · गीतिका 2 207 Share डी. के. निवातिया 24 Jun 2023 · 1 min read कौन करता है आजकल जज्बाती इश्क, कौन करता है आजकल जज्बाती इश्क, बनकर रहा गया है बस अनुपाती इश्क ! सुध बुध खो जाती चैन सुकून मिट जाता, जान पर बना देता है ये करामाती इश्क... Hindi · कविता · ग़ज़ल/गीतिका · गीत · गीतिका · शेर 346 Share डी. के. निवातिया 16 Jun 2023 · 1 min read जिंदगी की रफ़्तार - डी. के. निवातिया बेवफा है किसी पर कभी एतबार नहीं करती, बड़ी संगदिल है रहम या उपकार नहीं करती ! जिंदगी की रफ़्तार से कदम मिलाकर चलिए, पीछे छूट जाने वालो का इंतजार... Hindi · कविता · ग़ज़ल/गीतिका · गीत · गीतिका · शेर 263 Share डी. के. निवातिया 13 Jun 2023 · 1 min read नारी उत्थान कौन करेगा. जग जननी नारी बनी, नतमस्तक भगवान ! बिन नारी जीवन नहीं, करबद्ध कर सम्मान !! सदियों से जो न हो पाया, पूर्ण वो काम कौन करेगा, नारी जबतक खुद न... Poetry Writing Challenge · कविता · गीत · गीतिका 1 180 Share डी. के. निवातिया 10 Jun 2023 · 3 min read गुरु चालीसा ।।दोहा।। गुरु चरणों में शीश रख, करता हूँ प्रणाम। कृतज्ञ मुझको कीजिये, आया तुमरे धाम।। मूरख मुझको जानके, गलती जाना भूल। झोली फैला मैं खड़ा, पाने पग की धूल।। ।।चौपाई।।... Poetry Writing Challenge · कविता · गीत · दोहा 450 Share Page 1 Next