Ravi Betulwala Language: Hindi 162 posts Sort by: Latest Likes Views List Grid Ravi Betulwala 7 Jun 2024 · 1 min read यही सोचकर आँखें मूँद लेता हूँ कि.. कोई थी अपनी जों मुझे अपना यही सोचकर आँखें मूँद लेता हूँ कि.. कोई थी अपनी जों मुझे अपना कहा करती थी, खुद के ख्यालों में मुझे पाकर सजती -सवरती थी, उसकी आँखों में तड़प इस... Hindi · लेख 1 31 Share Ravi Betulwala 7 Jun 2024 · 1 min read मैं........ लिखता हूँ..!! मेरी कलम मुझसे पूछती है.. तुम आखिर लिखते क्या हो... मैं वक़्त की पुकार लिखता हूँ! मैं दिल से खुले विचार लिखता हूँ ! मैं सबकी सोच पर प्रहार लिखता... Hindi · लेख 1 59 Share Ravi Betulwala 30 May 2024 · 1 min read मेरा दिल अंदर तक सहम गया..!! हँसते -मुस्कुराते चेहरों के कई टूटे दिल, कई टूटे सपने ! होंठो पर लफ्ज़ है रुके हुए आँखों में आँसू थमे हुए ! ये चंचल मन क्यूँ बिखर गया ये... Poetry Writing Challenge-3 · लेख 4 74 Share Ravi Betulwala 29 May 2024 · 1 min read क़म्बख्त ये बेपरवाही कहीं उलझा ना दे मुझको, क़म्बख्त ये बेपरवाही कहीं उलझा ना दे मुझको, जितना लगता हूँ सुलझा हुआ.. उतना ही बहका हुआ हूँ मैं, रात का मुसाफिर हूँ अंधेरों से याराना है.. डरना मैंने सीखा... Poetry Writing Challenge-3 · लेख 1 23 Share Ravi Betulwala 29 May 2024 · 1 min read लहज़ा तेरी नफरत का मुझे सता रहा है, लहज़ा तेरी नफरत का मुझे सता रहा है, तुम ही करीब आये थे और तुम ही दूर जा रही हो... खुदा जाने किस तरह का इश्क़ निभाया जा रहा है,... Poetry Writing Challenge-3 · लेख 1 27 Share Ravi Betulwala 29 May 2024 · 1 min read शरीफों में शराफ़त भी दिखाई हमने, शरीफों में शराफ़त भी दिखाई हमने, इज़्ज़त से इज़्ज़त भी कमाई हमने, हर कहीं सिर्फ.. तहज़ीब ही दिखाई जाये..ये जरुरी तो नहीं, हमेशा अच्छा रहने की कसम थोड़ी खायी है... Poetry Writing Challenge-3 · शेर 1 26 Share Ravi Betulwala 29 May 2024 · 1 min read तेरे शहर में आया हूँ, नाम तो सुन ही लिया होगा.. तेरे शहर में आया हूँ, नाम तो सुन ही लिया होगा.. चुपके से तेरे दिल ने... मुझसे मिलने का फैसला भी किया ही होगा, तुम नहीं मिलोगी मुझसे ये जानता... Poetry Writing Challenge-3 · लेख 1 29 Share Ravi Betulwala 29 May 2024 · 1 min read अपना ईमान तक गवाये बैठे है...!! एक चेहरे पर ना जाने कितने मुखड़े लगाये बैठे है, एक भरोसे के दिखावे पर कितने बेईमान छुपाये बैठे है, इतने भी कितने गिर चले है लोग यहां.. किसी को... Poetry Writing Challenge-3 · लेख 1 26 Share Ravi Betulwala 25 May 2024 · 1 min read थोड़ा Success हो जाने दो यारों...!! थोड़ा Success हो जाने दो यारों, अपनी कहानी भी सबको सुनाऊंगा, थोड़ा वक़्त लगेगा... पर इसी महफ़िल में लौट कर वापस आऊंगा ! दुनिया की तमाम बंदिशे तोड़कर निकल पड़ा... Poetry Writing Challenge-3 · लेख 4 4 62 Share Ravi Betulwala 25 May 2024 · 1 min read . क्यूँ लोगों से सुनने की चाह में अपना वक़्त गवाएं बैठे हो !! इस खामोश चेहरे के पीछे किसका दर्द छुपाये बैठे हो, आँखों की नमी साफ - साफ कह रही है, तुम ही कह दो सच... कितने धोखे खाये बैठे हो, दिल... Poetry Writing Challenge-3 · लेख 3 31 Share Ravi Betulwala 23 May 2024 · 1 min read दिल की बात आंखों से कहने में वक्त लगता है.. इस खामोश चेहरे के पीछे किसका दर्द छुपाए बैठे हो, आंखों की नमी साफ-साफ कह रही है.. तुम ही कह दो सच कितने धोखे खाये बैठे हो.. दिल की बात... Poetry Writing Challenge-3 · लेख 1 32 Share Ravi Betulwala 23 May 2024 · 1 min read ना मैं निकला..ना मेरा वक्त कही..!! मैं खुद को खुद में ढूंढता हूं..फिर खुद में ही खो जाता हूँ, मेरे अंतर्मन के ख्यालों से खुद को ही बहलाता हूँ, कोई देखे अगर मुझे एक नजर.. बिना... Poetry Writing Challenge-3 · लेख 1 22 Share Ravi Betulwala 23 May 2024 · 1 min read तुम्हें करीब आने के लिए मेरे, तुम्हें करीब आने के लिए मेरे, अपनी नियत बदलनी होगी ! जो पिछली तस्वीर थी तुम्हारे मन में मेरे चेहरे से वह तस्वीर बदलनी होगी !! ❤️ *Love* *Ravi* ❤️ Poetry Writing Challenge-3 · शेर 1 25 Share Ravi Betulwala 23 May 2024 · 1 min read कोई वजह अब बना लो सनम तुम... फिर से मेरे करीब आ जाने को..!! तुम्हें भूलना मुश्किल लगे क्यूँ , खुद को भूलना इतना आसान क्यूँ , तुम ही तुम बसी हो क्यूँ यादों में अब भी, तुम ही तुम हो क्यूँ सवालों में... Poetry Writing Challenge-3 · लेख 1 27 Share Ravi Betulwala 23 May 2024 · 1 min read लफ्जों को बहरहाल रखा...!! एक तो तेरे दिल का हाल मैंने एकतरफा रखा, उस पर भी मैंने अपना दिल तेरी खातिर निकाल कर रखा ! तेरे दिल को शायद मेरे इश्क-ऐ-इबादत की परवाह नहीं,... Poetry Writing Challenge-3 · शेर 1 18 Share Ravi Betulwala 23 May 2024 · 1 min read Nonveg-Love सिर से घूँघट भी उसका उतर जायेगा.. ज़ब मेरे दिल से दिल उसका मिल जायेगा.. फिर ये सांसे भी साँसो में घुल जाएगी.. वो बाहों में होकर मुस्कुरायेगी.. धीरे -... Poetry Writing Challenge-3 · लेख 1 29 Share Ravi Betulwala 23 May 2024 · 1 min read एक तरफा मोहब्बत...!! एक तरफा मोहब्बत का यह आलम होता है, चाहने वाला हमेशा मोहब्बत को तरसता है...!! ❤️ *Love* *Ravi* ❤️ Poetry Writing Challenge-3 · शेर 16 Share Ravi Betulwala 23 May 2024 · 1 min read मेरे यार सारे किसी परिवार से कम नहीं...!! मैं ढूंढता रहा शहरो-शहर.. मेरे यारों-सा मुकम्मल कोई मिला नहीं... जब भी मिलते हैं हर रिश्ते की कमी पूरी कर देते हैं... मेरे यार सारे किसी परिवार से कम नहीं...!!... Poetry Writing Challenge-3 · शेर 1 20 Share Ravi Betulwala 22 May 2024 · 1 min read मैंने किस्सा बदल दिया...!! मैंने किस्सा बदल दिया सवालों और जवाबों का, मेरी खामोशी को गलत मत समझ बैठना.. ये पैमाना है हिसाबों का...!! ❤️ *Love* *Ravi* ❤️ Poetry Writing Challenge-3 · शेर 2 32 Share Ravi Betulwala 21 May 2024 · 1 min read मजदूर...!! एक मजबूरी का रंग देखा मजदूरो के संग, कुछ पैसों की खातिर जर्जर कर गए हो तन, कभी हाथ- पांव में फफोले मिले.. कुछ औजारों के घाँव से सने.. जिंदगी... Poetry Writing Challenge-3 · लेख 3 42 Share Ravi Betulwala 19 May 2024 · 1 min read Don't Be Judgemental...!! सच कहने से मैं घबराता नहीं और झूठों संग यारी निभाता नहीं, आंखों में आंखें डाल कर बात करता हूं.. मैं अपनी बात से मुकर पाता नहीं, कोई सच्ची करें... Poetry Writing Challenge-3 · लेख 1 205 Share Ravi Betulwala 19 May 2024 · 1 min read इश्क के कई जहाजों सहित.. डूब के किनारे पर आए हैं हम...!! आशिकी के समुन्दर को तैर के पार कर आए हैं हम धोखों भरी लहरों से कई थपेड़े खाए हैं हम, जिंदगी जहन्नुम-सी कर जाती है... ये आशिकी भी कमीनी चीज... Poetry Writing Challenge-3 · लेख 1 26 Share Ravi Betulwala 17 May 2024 · 1 min read साथ चल के जीं ले जिंदगी अरमानों की...।। तुमसे मिलकर हम तो..खो गए हैं राहों में, इश्क में है हम..या इश्क है निगाहों में, भा गई हो मुझको तुम.. हर एक अदाओं में, ना तुम-सा कोई है..ना कोई... Poetry Writing Challenge-3 · लेख 1 71 Share Ravi Betulwala 15 May 2024 · 1 min read कोई वजह अब बना लो सनम तुम...!! तुम्हें भूलना मुश्किल लगे क्यों, खुद को भूलना इतना आसान क्यों, तुम ही तुम बसी हो क्यों यादों में अब भी, तुम ही तुम हो क्यों सवालों में अब भी,... Poetry Writing Challenge-3 · लेख 2 23 Share Ravi Betulwala 13 May 2024 · 2 min read मैं बिल्कुल आम-सा बंदा हूँ...!! बिल्कुल सिंपल-सी लाइफ है मेरी..और बिल्कुल आम-सा बंदा हूं, बहुत ज्यादा मेरे सपने नहीं..पर जितने भी है उन्हीं को पूरा करने की होड़ में लगा रहता हूं, कोई फिक्र नहीं... Poetry Writing Challenge-3 · लेख 2 60 Share Ravi Betulwala 12 May 2024 · 1 min read थकान...!! दिन का पहला अलार्म रोज नींद तोड़ जाता है, याद दिला जाता है कि.. हम परदेश में है बाबू, यहां नींद होने से पहले जागना, अधूरी नींद में जैसे-तैसे तैयार... Poetry Writing Challenge-3 · लेख 2 70 Share Ravi Betulwala 11 May 2024 · 1 min read मैं भी भूल जाऊं तुझको तो बता कौन सा है गम...!! गुजर गया वह वक्त तेरे बिना, कौन से शहर में जाने कौन सा था जहां, आंसुओं का जहर भी पीता था मैं हर दिन, घुट घुट कर ही सही पर... Poetry Writing Challenge-3 · लेख 2 34 Share Ravi Betulwala 11 May 2024 · 1 min read मैं चल पड़ा हूं कहीं.. एकांत की तलाश में...!! आंखों में.. ना है वफा, होश में.. ना अब रहा, ना क्रोध.. ना प्रतिशोध है, ना है दुआ में अब असर, जिंदगी हवा के झोंके की तरह बह चली है... Hindi · कविता 2 128 Share Ravi Betulwala 23 Feb 2024 · 1 min read कौन उठाये मेरी नाकामयाबी का जिम्मा..!! It'z Reality... हम पर पढ़ाई का भूत सवार, उस पर ठहरे हम नाकार, सोच -सोच कर बाल झड़ रहे, खर्चो से बापू भी थक गए, दोस्त -भाई से रिश्ते घट... Hindi · लेख 2 484 Share Ravi Betulwala 12 Feb 2024 · 1 min read यारों... फिर ना होगा इंतजार यूँ किसी का !! टूटा हुआ हूँ यारों एक ज़माने से , ज़रा-सी ठोकर से बिखर ना जाऊँ कहीं ! बहुत फूंक -फूंक कर रखता हूँ कदम महफ़िलों में, बहक ना जाऊँ फिर कहीं... Hindi · शेर 2 695 Share Ravi Betulwala 28 Jan 2024 · 1 min read गौ माता...!! यह प्रकृति का अनुपम का उपहार, मातृभूमि का निरूपम अवतार! वह जन्मभूमि जननी दात्री, जो ममता से करती श्रृंगार!! हर क्षण आग -सी जलती है, खुले अंबर के तले वह... Poetry Writing Challenge-2 · कविता 1 138 Share Ravi Betulwala 27 Jan 2024 · 3 min read कुछ लोगों का प्यार जिस्म की जरुरत से कहीं ऊपर होता है...!! हम जिन्हें दिल की गहराईयों में पनाह देते है, ज़रूरी नहीं वो भी हमें उतने ही करीब रखते हो... प्यार शब्द का मतलब.. एक-दूसरे से हँस के बात करना, एक-दूसरे... Poetry Writing Challenge-2 · लेख 1 579 Share Ravi Betulwala 27 Jan 2024 · 1 min read हर वो शख्स खुश रहे... ज़िन्दगी में मुझे खुदा से बस ! एक चीज चाहिए... हर वो शख्स खुश रहे... जो मुझे खुश देखना चाहता है..!! ❤️ Love Ravi ❤️ Poetry Writing Challenge-2 · लेख 1 80 Share Ravi Betulwala 31 Dec 2023 · 1 min read इस गुज़रते साल में...कितने मनसूबे दबाये बैठे हो...!! क्यूँ ख़ामोशी में डूबकर, खुद से नज़रे चुराये बैठे हो ! नया दौर तुम्हें पुकार रहा, क्यूँ अपने सपनों पर.. यूँ अंकुश लगाये बैठे हो !! उठो, जागो, और तैयार... Hindi · लेख 1 182 Share Ravi Betulwala 25 Dec 2023 · 1 min read पहला प्यार नहीं बदला...!! एक तो तेरे जाने की, और जाने से पहले... मेरे और करीब आने की... ख़ुशी भी हमने मनाई थी!! तेरे जाने का मुझे कोई मलाल नहीं... कोई सवाल नहीं...! पर..... Hindi · लेख 2 191 Share Ravi Betulwala 24 Dec 2023 · 1 min read ऐ ज़िन्दगी...!! तुझको अपना कहकर भी क्यूँ भूल जाता हूँ मैं, तुझ संग जीना चाहकर भी, क्यूँ तुझसे दूर जाता हूँ मैं..!! तू मुझसे जुड़ी है या तुझसे कोई नाता है मेरा,... Hindi · लेख 2 168 Share Ravi Betulwala 18 May 2023 · 1 min read चार दिनों की जिंदगी है, यूँ हीं गुज़र के रह जानी है...!! यहीं धूल, यहीं मिट्टी, यहीं अपनी कहानी है, यहीं पे जन्मे, यहीं पे फैले, यहीं पे मिट के रह जानी है, चार दिनों की जिंदगी है, यूँ हीं गुज़र के... Hindi · लेख 3 449 Share Ravi Betulwala 8 Feb 2023 · 1 min read वो रूठी-रूठी सी रह गयी.. मैं तन्हा -तन्हा सा रह गया...!! उसकी जिंदगी से होकर, क्यूँ मैं बिन कहे गुज़र गया.. उसके जज़्बातों को जगाकर, क्यूँ मैं फिर से तन्हा कर गया.. उसे तसल्ली तक ना दे सका, जिसके अरमान जगाकर... Hindi · कविता · लेख 2 151 Share Ravi Betulwala 6 Feb 2023 · 1 min read दिल की ग़ुस्ताखी... मोहब्बत होने के बाद ये उम्र का तकाज़ा क्यूँ..? ये दिल की ग़ुस्ताखी का अंकों से क्या वास्ताँ...!! ❤️Love Ravi❤️ Hindi · लेख · शेर 2 181 Share Ravi Betulwala 6 Feb 2023 · 1 min read मैं ऐसा वक़्त भी एक दिन ज़रूर लाऊंगा..!! तुम जितना सुधारना चाहोगी मुझे, मैं उतना बिगड़ता जाऊँगा! तुम जितना दूर जाओगी मुझसे, मैं उतना ही करीब आऊंगा!! तुम जितनी नफरत करोगी मुझसे, मैं उतना प्यार जताऊंगा! तुम रूठकर... Hindi · कविता · लेख 2 204 Share Ravi Betulwala 6 Feb 2023 · 1 min read हम फिर मिलेंगे...!! हम फिर मिलेंगे , ये वादा नहीं था तुमसे, पर बनाके रहेंगे तुम्हें अपना, ये वादा किया था खुद से! मैं आऊंगा उस शहर में, जहां तुम रहती हो, बस!अपने... Hindi · लेख 2 189 Share Ravi Betulwala 6 Feb 2023 · 3 min read फर्क नहीं पड़ता...!! कुछ अरसे हुए ना किसी के आने से फर्क पड़ता है और ना किसी के जाने से फर्क पड़ता है। लोग कहते है तुम ऐसे हो,, तुम किसी की सुनते... Hindi · लेख 1 214 Share Ravi Betulwala 6 Feb 2023 · 1 min read कतरा-कतरा मैं सह कर बैठा हूँ...।। जो बातें तुम्हे अच्छी लगती है, मैं उनका हर लम्हा महसूस कर बैठा हूँ।। और जिन शब्दों पर तुम वाह!वाह! करते हो, उसका कतरा-कतरा मैं सह कर बैठा हूँ...।। ❤️Love... Hindi · लेख 1 175 Share Ravi Betulwala 31 Dec 2022 · 4 min read एग्जाम की तैयारी के बीच दोस्ती और उनके शौक..!! एग्जाम के वक़्त में जो साथ दे वो है दोस्त। और एग्जाम के वक़्त पर जो दोस्त डिस्टर्ब करें वो दोस्त होकर भी बन जाये दुश्मन...!! वैसे तो मुझे ये... Hindi · मुक्तक · लेख 1 273 Share Ravi Betulwala 23 Dec 2022 · 1 min read डर लगता है...!! ये तेरे- मेरे बीच का रिश्ता कहीं खांक ना हो जाये, और तेरे इश्क़ की ईबादत, कहीं मज़ाक ना हो जाये, तेरी रूह तलक बस जाने की तमन्ना सदा रहेगी,... Hindi · लेख 1 118 Share Ravi Betulwala 23 Dec 2022 · 1 min read हमने भी इश्क़ किया था...!! हमने भी इश्क़ कियों थो , हम भी रातन को जागे थे, उसकी एक फरमाइश पर ना जाने हम... कहाँ -कहाँ भागे थे, कभी स्कूल के सामने, कभी नुककड़, चौराहे... Hindi · लेख 1 114 Share Ravi Betulwala 23 Dec 2022 · 1 min read वो हमसे कितना प्यार करते थे...!! वो दौर भी गुजरते देखे है, ज़ब अपनों मे परायों-सा महसूस करते थे, दिलों पे खंज़र तक वो खोंप गए, जो हमसे गले भी मुस्कुराते हुए मिला करते थे...!! होंठो... Hindi · लेख 1 112 Share Ravi Betulwala 21 Dec 2022 · 1 min read वो नज़र...!! एक मुद्द्त हुई ज़माने से जिसे देखा ही नहीं, उसने आज मन भर के देखा मुझे... समझ से परे थी वो नज़र, ख़ता थी उसकी या थी कोई मेहरबानी... अब... Hindi 1 84 Share Ravi Betulwala 30 Oct 2022 · 1 min read मेरा खुद का अस्तित्व भी ख़ो गया...!! मैंने क्या ख़ो दिया कैसे तुम्हें बताऊँ... एक ज़िन्दगी का आसरा, एक जीने की उम्मीद... वो ना होकर भी हैं रूबरू, मेरी ख़ामोशी में हैं हूबहू, दब चुकी है दिल... Hindi 4 7 125 Share Ravi Betulwala 19 Sep 2022 · 2 min read मम्मी थी इसलिए मैं हूँ...!! मम्मी I Miss U😔 वो दुनिया की सबसे हसीन नज़र, जो मुझे दुनिया से खूबसूरत नज़र आया करती थी, वो ज़िन्दगी के सबसे हसीन पल जिनमे उनके होने भर से खुशियाँ छा जाया करती... Hindi 2 2 328 Share Page 1 Next