कुमार संदीप 6 posts Sort by: Latest Likes Views List Grid कुमार संदीप 27 Dec 2020 · 1 min read आए थे जहाँ से वहीं चले जाओ कोरोना! जब से हुआ है आगमन तुम्हारा तब से मच गई है हलचल जगत में तुमने लील लिया है कितनों का जीवन पता नहीं किस बात पर रुठ चुके हो... "कोरोना" - काव्य प्रतियोगिता · कविता 6 22 485 Share कुमार संदीप 2 Feb 2021 · 1 min read प्रेम महज ढ़ाई अक्षर का शब्द नहीं प्रेम महज ढ़ाई अक्षर का एक शब्द नहीं प्रेम में है समाहित भावना रुपी समुद्र ज्ञान रुपी नभ।। प्रेम महज ढ़ाई अक्षर का एक शब्द नहीं प्रेम पूजा है प्रेम... "कुछ खत मोहब्बत के" - काव्य प्रतियोगिता · कविता 5 42 559 Share कुमार संदीप 9 Mar 2019 · 1 min read कविता का शीर्षक:-हे ईश्वर मालिक हे दाता #महिला_दिवस_ विशेष_कुमार_संदीप_द्वारा_रचित_कविता:-- कविता का शीर्षक:-हे ईश्वर मालिक हे दाता हे ईश्वर ,मालिक हे दाता ! करो रक्षा अब नारीयों की हो गए हैं पापी अब मनुज नीच बुद्धि से ग्रसित... Hindi · कविता 2 2 670 Share कुमार संदीप 9 Mar 2019 · 1 min read माँ। माँ माँ ! आप वो आसमान हो जो ...अपनी संतान को प्रेम से ढक कर रखता है माँ माँ ! आप वह सूर्य हो जिसका ...प्रकाश आपकी संतान को दुख... Hindi · कविता 2 2 470 Share कुमार संदीप 8 Jan 2021 · 3 min read किसान के नाम एक खत देशवासियों की थाली तक दो वक्त की रोटी पहंचाने वाले ताउम्र तन पर कष्ट सहन कर चेहरे पर मुस्कान रखने वाले किसान! आपको बारम्बार प्रणाम, नमस्कार! आज एक खत लिखने... Hindi · लेख 2 5 268 Share कुमार संदीप 21 Jan 2022 · 4 min read "संवेदनाओं के स्वर" एक अनुपम लघुकथा संग्रह है पुस्तक- संवेदनाओं के स्वर (लघुकथा संग्रह) लघुकथाकार - विजयानंद विजय पुस्तक मूल्य -170 रुपये. प्रकाशक- समदर्शी प्रकाशन, मेरठ (उ.प्र) समीक्षक - कुमार संदीप पाठकों के मन मस्तिष्क पर अमिट छाप... Hindi · पुस्तक समीक्षा 696 Share