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20 Apr 2018 · 1 min read

मुक्तक

हमें दर्द जिंदगी में मिलते रहेंगे!
हम राहे-मंजिलों पर चलते रहेंगे!
रुकते नहीं कभी भी रंग मौसमों के,
फूल तमन्नाओं के खिलते रहेंगे!

मुक्तककार- #मिथिलेश_राय

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