हम तुम से ही मोहब्बत करते है
हम तुम से ही मोहब्बत करते है
सुनो आसमाँ में जितने तारे,,,
है उतनी ही मोहब्बत हम तुमसे करते है,,,
तुम चाहें मानो या न मानो,,,
हम तुम से ही सच्ची मोहब्बत
बेशुमार करते है।।।
तुम चाहे लाख कोशिश कर लो,,,
हमसे रुसवा होकर दूर जाने की,,,,,
हमने भी मन मे ठान लीया है,,,
नखरीले साजन तुम को मनाने की।।।।
इश्क का रंग ऐसा लबों से तेरे गालों में छोड़ेंगे,,,,,
भूल जाओगे तुम रूठ कर बिछड़कर
जाने की दूर हमसे,,,
तुझे ही ध्यान में रख हम कविता लिखेंगे,,,,
सोनू को तुमसे ही सतरंगी मोहब्बत है
ये जमाने को बताएंगे।।।।
रचनाकार-गायत्री सोनू जैन
सहायक अध्यापिका मन्दसौर
मोब.7772931211