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28 Dec 2017 · 1 min read

नजर लग गयी

मुझे नींद की यु ही तलब लग गयी
उनकी आँखों से मुझे ही नजर लग गयी
कहने को तो नींद अब खफा है मगर
नींद को भी अब तो उम्र लग गयी
दिल की हर घड़ियों में तू छिप सी गयी
आदमी हु आदमी से ही नजर लग गयी
दिल में तुम हो ये ऐसे नही मालूम था
अब तो दिल को भी दिल से खबर लग गयी ।।

:-हसीब अनवर

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