सद्आत्मा शिवाला
इंसानियत के ख़ातिर, दूँ मैं प्रेम- प्याला ।
पीना अगर तो पी लो, सद्आत्मा शिवाला ।।
—————————————————-
पं बृजेश कुमार नायक
26-12-2017
✓पं बृजेश कुमार नायक की चुनिंदा रचनाएं कृति का दोहा।
✓उक्त दोहा को “पं बृजेश कुमार नायक की चुनिंदा रचनाएं” कृति के प्रथम और द्वितीय दोनों संस्करणों में पढ़ा जा सकता है।
…………………………………………………..
शिवाला=शिवालय