Sahityapedia
Sign in
Home
Your Posts
QuoteWriter
Account
29 Oct 2017 · 1 min read

खोफ

सजा से तेरी यहां
अब कोई डरता नही
माथे को तेरे द्वार पे टिकाने के बाद
गुनाह करने से कोई झिझकता नही ।

कौन है तू कैसा है तू
वास्तविकता को कयूं तू बताता नही
अवतार तो बहुत लिये तूने
असली रूप को कयूं तू दिखाता नही ।

कर्मो का चक्र अब जंग खाने लगा
कानून को अपने कयूं तू बदलता नही
दयालु कृपानिधान है तू
खोफ को अपने कयूं तू जगाता नही ।

कैसे चलानी है ये दुनिया
तुझसे बेहतर किसे ये ज्ञान नही
इक बार निगाह डाल तो ले
बनाया है जो तूने इन्सान है कुछ और नही ।।

राज विग

Loading...