Sahityapedia
Sign in
Home
Your Posts
QuoteWriter
Account
14 Sep 2016 · 1 min read

एहसास

दिल से दिल मिले तो बात बने
मिले सुकून यह हालात बने

समझे मिरा वजूद इस तरहा
उन में वह एहसासात बने

हर आंसु की पीड़ा चहक उठे
दर्द हो बयान वो बात बने

हर हर्फ़ मुखर हो जज्बात से
एहसास की ऐसी जात बने

ग़म मिरे मुझे वो ताकत देना
सहने के हाल-ए-हयात बने

सिर्फ़ इतनी सी रही आरज़ू
समवेदना के हालात बने

सजन

Loading...