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25 Jul 2017 · 1 min read

नजर आओगे कभी ना कभी

यदि चाह हमारे दिल मे है ,
तुम नजर आओगे कभी ना कभी ।
भोली सूरत , सोनी सिरत तेरी साथी ,
मिल जाओगे आप कभी ना कभी ।
फेसबुक, व्हाट्सएप्प मे ,
या प्रेम आधरित गलियो मे ,
तुम मिलोगे कभी ना कभी ।
सब मित्र तुझको घेरेंगे ,
तेरे नाम की रटन लगायेगे ,
फिर तुम कुछ खुद ही सिहर जाओगे ,
और नजर आ ही जाओगे कभी ना कभी ।

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