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11 Apr 2017 · 1 min read

जन्मोत्सव

अभिनंदन यह जग करे , निर्मल बनो सुजान|
जन्मोत्सव पर मिले नव, दिव्य-पृथक् पहचान||
दिव्य-पृथक् पहचान, शिखर-मग छुए ज्ञान -डग|
चित् पाए अनुराग, मिले पोषक उड़ान जग||
कह “नायक” कविराय व्योम को छुए प्रबंधन|
बनो आप गुणवान, दिव्यतामय अभिनंदन ||

बृजेश कुमार नायक
“जागा हिंदुस्तान चाहिए” एवं “क्रौंच सु ऋषि आलोक” कृतियों के प्रणेता
11-04-2017

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