{{{{{ डॉ० राजेंद्र प्रसाद }}}}}
[[[[ ऐतिहासिक पात्र ]]]]
(((((डॉ० राजेंद्र प्रसाद)))))
$$$$ दिनेश एल० “जैहिंद”
डॉ०राजेंद्र प्रसाद भारत के प्रथम राष्ट्रपति,,
भारत-रत्न और बिहार-गौरव कहे जाते हैं ||
बुद्धिमान, प्रतिभावान, कार्यकुशल, विद्वान,,
उदार, नेक, तेज़, योग्य, कर्मठ माने जाते हैं ||
३ दिस० १८८४ को इस महान पुरूष का,,
बिहार, सारण, जीरा देई में आगमन हुआ ||
१० वर्षों तक राष्ट्रपति रह के देश सेवा की,,
२८ फर० १९६३ को परलोक गमन हुआ ||
बड़े भाई महेंद्र प्रसाद के हाथों इनका फिर,,
बड़े लाड़-प्यार से घर में लालन-पालन रहा ||
पढ़ाई में कुशाग्रता व बुद्धिमता अवर्णनीय,,
सराहनीय, प्रशंसनीय विद्यार्थी-जीवन रहा ||
तेज़ स्मरण शक्ति व बौद्धिक क्षमता के धनी,,
सभी परीक्षाओं में थे ये प्रथम प्राप्त विद्यार्थी ||
माँ शारदे के साक्षात् वरद-पुत्र राजेंद्र प्रसाद,,
ज्ञान व शिक्षा रथ के थे वे सच्चे वीर सारथी ||
बाद शिक्षा रोजी-रोटी के लिए वकालत की,,
पर मन इनका टिक ना सका इस कमाई में ||
भेंट हुई सन् १९१७ में महात्मा गाँधी जी से,,
भाव जगे देशभक्ति के तब लगे देशसेवाई में ||
बने शिष्य गाँधी बाबा के रमे वे देश-सेवा में,,
हर आंदोलन में आगे गाँधी जी के साथ रहे ||
क्या रॉलेट ऐक्ट, क्या असहयोग आंदोलन,,
सभी आंदोलनों में बापू – संग दिन-रात रहे ||
विभिन्न स्थानों पर वे किए कितने आंदोलन,,
बारम्बार जेल गये अपने तन पर लाठी खाई ||
स्वतंत्रता-संग्राम की लड़ी लड़ाई सब के संग,,
बड़े त्याग के पश्चात् फिर हमने आजादी पाई ||
सच्चे, धुनी, उत्साही व ईमानदार इस नेता को,,
आजाद भारत का प्रथम राष्ट्रपति चुना गया ||
सरल जीवन और ऊँच विचार का श्रेष्ठ पोषक,,
सादगी और सच्चाई के लिए इन्हें जाना गया ||
धन्य-धन्य बिहार की माटी जनमे वीर महान,,
एक से एक पैदा हुए यहाँ भारत के कर्णधार ||
राजेंद्र प्रसाद, बन गए राजेंद्र बाबू जनता के,,
रच गए नया इतिहास जान गया सारा संसार ||
दिनेश एल ० “जैहिंद”
31. 01. 2017