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12 Feb 2017 · 1 min read

वाह ! ये भायी ।

वाह ! ये भायी !!
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गर्मी आयी , मन को भायी !
बढ़ जाने पर , हाय बढ़ायी !!
ठंडी आयी , लहरें भायी !
ठंड बढ़ी तो , ठिठुरन गायी !!
बरखा आयी , हरियाली आयी !
बरखा बढ़ी , तो हाय मचायी !!
बसंत आयी, तो मन को भायी !
मन पुलकित हो, हरियाली लायी !!

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