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26 Jan 2017 · 1 min read

माँ - बाप

लघुकथा

माँ – बाप

– बीजेन्द्र जैमिनी

शिव मन्दिर माँ प्रतिदिन जाती है। भगवान से हमेशा एक ही दुआँ मांगती है- हे भगवान ! मेरे दोनों बच्चों को बड़ा आदमी बना देना ।
भगवान ने माँ की प्रार्थना सुन ली – बेटी को डाक्टर बना दिया – बेटें को इंजीनियर बना दिया है तथा दोनों बच्चों की शादीं भी हो गर्इ है। माँ बेटे के पास रहकर , घर का सारा काम करती है। बाप अपने मकान में अकेला रह कर तथा किराया भी आता है। जिस से अपना गुजरा कर रहा है। माँ ने अपने समय में अपने घर की सफाई आदि के लिए नौकरानी रखी हुई थी। आज वह अपने बेटें के घर पर नौकरानी बन कर रह गर्ई है। लड़का -बहुँ नौकरी करते है। बाप तो एक किस्म से अनाथ हो गया है। **

पताः हिन्दी भवन, 554-सी, सैक्टर-6 पानीपत-132103 हरियाणा,भारत
मो.9355003609

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