Sahityapedia
Sign in
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
23 Oct 2016 · 1 min read

गीत यह वरदान हो ! :::: जितेन्द्र कमल आनंद ( पोस्ट८२)

गीत यह वरदान हो ( गीत )
————————–
धूपमें भी जो कराये छॉह की अनुभूति को ,
गीत यह उनको समर्पित , चाहता वरदान हो !

कामनाओं के सजे शत — शत कलश फिर स्वर्ण के ।
साधना को पख मिले , अम्बर मिले सुख – शॉतिका ।
घन अगर गर्जे न कम हो, दामिनी – किलकारियों से ।
हो उजाला जिंदगी में ,दूर हो तम भ्रॉति का ।

आत्म निष्ठा से मिलन को छटपटाते मौन| जो ,
प्रेम का सम्बल बने , उनको सरस प्रतिदान हो । ।

हाथ में पतवार दे , नैराश्य को जो आस दे ,
घोर झंझावातमें जो दीप बुझने दें नहीं ,
जो भँवर में भी उतरकर कूल देते हैं ,बचाते —
जो व्यथा की भी कथा सुन स्नेह चुकने दे नहीं ,
वे भी कमल यशस्वी ही प्रेरणा के स्रोत हो ।।
—– जितेंद्रकमल आनंद

Language: Hindi
Tag: गीत
258 Views
📢 Stay Updated with Sahityapedia!
Join our official announcements group on WhatsApp to receive all the major updates from Sahityapedia directly on your phone.

You may also like these posts

मुक्तक
मुक्तक
अनिल कुमार गुप्ता 'अंजुम'
गाय हमारी माता है
गाय हमारी माता है
Dr Archana Gupta
कैसे कहें घनघोर तम है
कैसे कहें घनघोर तम है
Suryakant Dwivedi
212 2-1212- 22 /112
212 2-1212- 22 /112
sushil yadav
महामारी
महामारी
Khajan Singh Nain
जड़ों से कटना
जड़ों से कटना
मधुसूदन गौतम
पड़ताल
पड़ताल
विनोद वर्मा ‘दुर्गेश’
छन्द से ग़ज़ल
छन्द से ग़ज़ल
आचार्य ओम नीरव
"पानी"
Dr. Kishan tandon kranti
क़त्ल होंगे तमाम नज़रों से...!
क़त्ल होंगे तमाम नज़रों से...!
पंकज परिंदा
जीवन पथ
जीवन पथ
Dr. Rajeev Jain
आवाज
आवाज
Sumangal Singh Sikarwar
सम्पूर्ण सनातन
सम्पूर्ण सनातन
Jeewan Singh 'जीवनसवारो'
बाल दिवस पर बच्चों की विवशता
बाल दिवस पर बच्चों की विवशता
Ram Krishan Rastogi
मुस्कुराकर बात करने वाले
मुस्कुराकर बात करने वाले
Chitra Bisht
3660.💐 *पूर्णिका* 💐
3660.💐 *पूर्णिका* 💐
Dr.Khedu Bharti
शुभांगी छंद
शुभांगी छंद
Rambali Mishra
हजार मन में सवाल आते नहीं किसी का जवाब पाया।
हजार मन में सवाल आते नहीं किसी का जवाब पाया।
रामनाथ साहू 'ननकी' (छ.ग.)
बैठा दिल जिस नाव पर,
बैठा दिल जिस नाव पर,
sushil sarna
B52 - Nơi giải trí hàng đầu, thách thức mọi giới hạn với nhữ
B52 - Nơi giải trí hàng đầu, thách thức mọi giới hạn với nhữ
B52
एक तरफा
एक तरफा
PRATIK JANGID
गणतंत्र दिवस
गणतंत्र दिवस
विजय कुमार अग्रवाल
बड़ा गहरा रिश्ता है जनाब
बड़ा गहरा रिश्ता है जनाब
शेखर सिंह
#लघुकविता-
#लघुकविता-
*प्रणय प्रभात*
गुरु कुल के प्रति गोपी छंद
गुरु कुल के प्रति गोपी छंद
guru saxena
नसीब ने दिया हमको, हम तसव्वुर कर गये।
नसीब ने दिया हमको, हम तसव्वुर कर गये।
श्याम सांवरा
मिजाज़
मिजाज़
पं अंजू पांडेय अश्रु
*चुनावी कुंडलिया*
*चुनावी कुंडलिया*
Ravi Prakash
जीवन की रंगत: सुख और दुख का संगम
जीवन की रंगत: सुख और दुख का संगम
पूर्वार्थ
पंक्तियाँ
पंक्तियाँ
प्रभाकर मिश्र
Loading...