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8 Dec 2025 · 1 min read

अपना देश महान

नज़्म …
उन्वान _ अपना देश महान
___________________

किसान का है मान ,
भारत देश महान …

देश का कोई नागरिक छूट ना जाये ,
हर प्राणी पर दुखदायी आपदा आये ,

कैसी आयी है यह सरकार ,
किया है कितना अत्याचार ..

नोट बदल कर किया प्रहार ,
उस पर जी.एस.टी.का वार..

महिलाओं को खूब सताया ,
मज़दूरों को भी है नचाया ..

लाकडाउन से धंधा तोड़ा ,
मारा बीमारी का हतौड़ा …

बच्चों को तुमने ना छोड़ा ,
शिक्षा को तोड़ा मरोड़ा ..

पिछली सरदी शाहीन बाग़ ,
ये सरदी किसान के नाम …

कितना और सताओगे ,
किस किसका लहू बहाओगे ..

देश को कितना गिराओगे ,,
किसान को तुम सताओगे ..

जनता ने सौंपा है राज, ..सरकार ..
बात किसान की मान भी जाओ …

जनता का अब रखो भी मान …
किसान देश का है अभिमान …

बंद हुए स्कूल हजारों ,
शिक्षा कैसे पाएं यारों …

जिस देश में थे बड़े बड़े विद्वान ,
दिखे नहीं अब किसी में ज्ञान …

देखी थी आंधी हमने ,
लेकिन ऐसी न देखी थी ..

पूजा घर का चैन गया ,
मस्जिद मंदिर टूट गया …

बुलडोजर ने किया कमाल,
मजदूरों ने किया बवाल …

घर छीन के राजा खुश होता ,
अब किसको किसका दुख होता ,,

जूझे अब सभी परिवार ,
आया है एस आई आर ।

सब अपने में ही उलझ गए ,
लगता है मसले सुलझ गए …

पर ऐसा कुछ नहीं हो पाया ,
खाना मिल कर हुआ पराया ,

कहीं मिले सोने की कान ,
जय जवान , जय किसान …

नीलोफर ख़ान नील रूहानी

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