प्यार करता है सभी से...
प्यार करता है सभी से जो इबादत की तरह
उसको दुनिया में सुकूँ मिलता है जन्नत की तरह
दौरे हाज़िर में न इंसाफ़ की बातें करिए
फै़सले करता है मुजरिम भी अदालत की तरह
मैं तो मासूम सदाओं का मुहाफ़िज़ ठहरा
इसलिए ढाल लिया खुद को इमारत की तरह
दिल ने सोचा था मिलेगी कहीं राहत मुझको
ज़ख़्म मिलते रहे उल्फ़त में विरासत की तरह
सिर्फ़ गर्दिश ही मेरे पास खड़ी रहती है
साथ देती है हमेशा ये सदाक़त की तरह
मिल गए ख़ाक में हम फिर भी चमक बाकी है
हमने किरदार बचा रक्खा है दौलत की तरह
चंद सिक्कों में तो ईमान भी बिक जाते हैं
लोग करते हैं मुहब्बत भी तिजारत की तरह