प्रीति
मुक्तक
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प्रीति करना बहुत है कठिन मान लो।
कौन चलता पकड़ हाथ सब जान लो।
साथ हर हाल में है निभाना हमें।
अब नहीं पग हटाना यही ठान लो।
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-सुरेन्द्रपाल वैद्य
मुक्तक
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प्रीति करना बहुत है कठिन मान लो।
कौन चलता पकड़ हाथ सब जान लो।
साथ हर हाल में है निभाना हमें।
अब नहीं पग हटाना यही ठान लो।
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-सुरेन्द्रपाल वैद्य