उपला भाई
उपला भाई उपला भाई
गोबर है तेरी माता माई
गौमाता पितर पूर्वज हैं
प्रकृति का राजा रानी
बिन तेरे अधूरी कहानी
गोद तुम्हारे पलते पादप
रंगबिरंगी फूलों की वादी
षोषक तत्त्व से तू है भरा
खाद खजाना कैसे लाया
विविध रसायन के भंडारी
पौधों को करता हरियाली
छप्पन भोग तेरे से बनता
प्राणी की भूख मिटाते हो
प्राणदात्रीअन्नकूट प्रसादी
गोवर्धन की तू पूजाधारी
प्रकृति में सौंदर्य महारानी
उपला भाई उपला भाई
अद् भूत तेरी किस्मत है
गोर्बधन पर्वत तेरी काया
जगकर्ता कृष्णा की माया
घर घर उपला ढेर लगाता
रंग बिरंगे तू दीया बनाता
रुई सरसों तेल साथ लिए
दिवाली भाईदूज मनाता
जगकर्ता पालनकर्ता श्री
नारायण से पूजे जाते हो
लक्ष्मी रूपा चूल्हा चक्की
अग्निदेव सहस्त्र रूप हो
जय जय हो उपला भाई
तू हो जग में शक्तिशाली ।
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