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18 Oct 2025 · 1 min read

*चलो मनाऍं हर्ष, आज धनतेरस आई (कुंडलिया)*

चलो मनाऍं हर्ष, आज धनतेरस आई (कुंडलिया)
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आई धनतेरस हमें, देने यह सुविचार
धन से ज्यादा है सदा, सेहत सुख का द्वार
सेहत सुख का द्वार, स्वास्थ्य को कभी न खोना
जो पड़ता बीमार, उसे फिर पड़ता रोना
कहते रवि कविराय, सुखी तन रखकर भाई
चलो मनाऍं हर्ष, आज धनतेरस आई

रचयिता: रवि प्रकाश
बाजार सर्राफा (निकट मिस्टन गंज), रामपुर, उत्तर प्रदेश
मोबाइल 9997615451

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