*कच्ची झोपडी*
बो कच्ची झोपडी का मकान था,
जहां में रहता था।
मां का काम था,चूल्हे में आग जलाना
और बापू का काम था शाम को ड्यूटी से आना
बो मक्का बासी की रोटियां थी,
उनको भी में खाता था।
बो कच्ची झोपडी का मकान था,
जहां में रहता था।
मां का काम था,चूल्हे में आग जलाना
और बापू का काम था शाम को ड्यूटी से आना
बो मक्का बासी की रोटियां थी,
उनको भी में खाता था।