समस्या
समस्या
समस्या जीवन में आनी जानी
प्रतिपल बनाती नयी कहानी
निदान खुशी निज मनमानी
आगे पीछे घर आँगन बाहर
भीतर आजू बाजू कोई ना
अछूता निज पराये समस्या
ये तो आता रहता जीवन के
लूट खसोट की इस दुनियां में
निदान ही मर्ज दवा समस्या का
पद मद घन घनघोर घटा तम
निचोड़ विचार तभी हैं जोड़
भाव भावना से टिका संसार
बड़ा ना दूजा कोई भाईचारा
सोच समझ से कर समझौता
मत विकल हो ना घबराना
समस्या समाधान हो जाता है
तर्क वितर्क शुद्ध विचार विमर्श
यही तो है तोड़ का अटूट जोड़
जीवन आगे बढ़ता जाता है।
टी .पी . तरुण