*पेड़ पौधे*
पेड़ों की बात निराली।
हरी हरी दिखती, इनकी की डाली।।
पेड़ ही छा में बैठे हम।
हम को देता हवा फुल।।
बारिश पड़ती तप,तप।।
पेड़ों के नीचे बैठे हम
बिमारी को दुर भगाये।।
अपने अपने घर के आंगन में पेड़ लगाये।।
पेड़ों की बात निराली।
हरी हरी दिखती, इनकी की डाली।।
पेड़ ही छा में बैठे हम।
हम को देता हवा फुल।।
बारिश पड़ती तप,तप।।
पेड़ों के नीचे बैठे हम
बिमारी को दुर भगाये।।
अपने अपने घर के आंगन में पेड़ लगाये।।