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13 Sep 2025 · 1 min read

आजकल हम ऐसा माहौल बनाते जा रहा है जहा हमे अपने बड़े-बुजुर्गो

आजकल हम ऐसा माहौल बनाते जा रहा है जहा हमे अपने बड़े-बुजुर्गों की सेवा बोझ लगती है, यह बोझ नही बल्कि आशीर्वाद लगनी चाहिए। उनकी छाया, अनुभव और संस्कार ही जीवन की सच्ची पूँजी हैं। जो उनकी सेवा करता है, वह अपने भविष्य को सुरक्षित करता है और समाज को सशक्त आधार प्रदान कराते है…🙏🏃🏻‍♂️सेवा करते रहिए। केवल आशीर्वाद से काम नहीं बना करते अपितु सेवा करने वालों को आशीर्वाद स्वयं मिल जाया करता हैं। प्रणाम, नमस्कार,
भारत माता की जय, सनातन
धर्म की जय 🚭‼️

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