कुछ अच्छे थे कुछ बहुत बुरे, पर अनुभव बहुत खरे उतरे।
कुछ अच्छे थे कुछ बहुत बुरे, पर अनुभव बहुत खरे उतरे।
कुछ चेहरों के पीछे मुझको कई और चेहरें छुपे निकले।।
मधु गुप्ता “अपराजिता”
कुछ अच्छे थे कुछ बहुत बुरे, पर अनुभव बहुत खरे उतरे।
कुछ चेहरों के पीछे मुझको कई और चेहरें छुपे निकले।।
मधु गुप्ता “अपराजिता”