कुप्रबंधन
संभल जाओ ! वरन्
सब हड़प लिया जायेगा !
भोग लगेगा मूर्तियों पर,
प्रसाद पुजारी ले जायेगा !!
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तथाकथित धर्म के नाम पर,
श्रद्धा, आस्था, विश्वास पर,
संजोए मिथक साहित्य पर,
कथा कहानियां लिखने पर,
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एक तरफा धन-दौलत पर,
बिसात एकतरफा होने पर,
वर्ण जाति परत चढ़ने पर,
महिला को शूद्र कहने पर,
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दस्तकार को शूद्र बता कर,
ईश्वर के प्रावधान कह कर,
सब हड़प लिया जायेगा !
यही है हर धर्म की कहानी.
…
सब हड़प लिया जायेगा !!