याद कर हम अपनी इस माटी के इतिहास को
याद कर हम अपनी इस माटी के इतिहास को
भूल गये हम खुद पर होने वाले परिहास को
तभी हम अपनी सहनशीलता की बागदौर को संभाल
चलने क्या लगे तब कहने लगे ना जाने देंगे आप जैसे
उस्ताद को
याद कर हम अपनी इस माटी के इतिहास को
भूल गये हम खुद पर होने वाले परिहास को
तभी हम अपनी सहनशीलता की बागदौर को संभाल
चलने क्या लगे तब कहने लगे ना जाने देंगे आप जैसे
उस्ताद को