हमारी कलम ही हमारा बंदूक है और हम तुम्हारी बंदूक को भी कलम ब
हमारी कलम ही हमारा बंदूक है और हम तुम्हारी बंदूक को भी कलम बनाने की कला जानते हैं
लेखक – मनमोहन कृष्ण
हमारी कलम ही हमारा बंदूक है और हम तुम्हारी बंदूक को भी कलम बनाने की कला जानते हैं
लेखक – मनमोहन कृष्ण