योग-दिवस
योग-दिवस
ध्यान योग संजीवनी , महौषधि प्राणायाम।
श्रम – भोजन समता रहे, तब होता आराम।
निज तन मन मति शुद्धि का, योग एक उपचार।
दिनचर्या नियमित रखो, करो नित्य व्यायाम।।
अंकित शर्मा ‘इषुप्रिय’
योग-दिवस
ध्यान योग संजीवनी , महौषधि प्राणायाम।
श्रम – भोजन समता रहे, तब होता आराम।
निज तन मन मति शुद्धि का, योग एक उपचार।
दिनचर्या नियमित रखो, करो नित्य व्यायाम।।
अंकित शर्मा ‘इषुप्रिय’