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30 Jun 2025 · 1 min read

बरसात

बरसात

बरसात के सुहावने मौसम में ,
चारों और हरियाली की चादर
पेड़ – पौधों की करों देखभाल
खिलकर मोगरा , चमेली गुड़हल
रहती रंगबिरंगी फूलों की बहार

बारिश की बूंदें – बूंदें ,
ठंडी – ठंडी हवा अनोखी
आनंद प्रदान कराती
गीली मिट्टी की खुशबू ,
बहुत सुखद महसूस कराती

बारिश धरा को खुबसूरत बनाती
वहीं कई बिमारियों को आमंत्रित कराती
घर के चारों और ना पानी जमा होने दो ,
फिसलन भरी जगह पर बरते सावधानी

स्वाभाविक मन क्षणिक आनंद लेता
आपदा – विपदा कब आयेगी ना पता
बारिश में नदी नाले उफान पर ,
जो जाने जल्दबाजी करे ,
पानी के भंवर में फसते

– राजू गजभिये (सीताराम)

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