इस दिल ने तो सदा इश्क़ को लँगडा़ देखा है।
इस दिल ने तो सदा इश्क़ को लँगडा़ देखा है।
यादों की आँधी में दिल को उखडा़ देखा है।
कैसे कोई मोहक मंजर मन को भाते जब।
इन आँखों ने सब कुछ उजडा़ उजडा़ देखा है।।
अंकित शर्मा ‘इषुप्रिय’
इस दिल ने तो सदा इश्क़ को लँगडा़ देखा है।
यादों की आँधी में दिल को उखडा़ देखा है।
कैसे कोई मोहक मंजर मन को भाते जब।
इन आँखों ने सब कुछ उजडा़ उजडा़ देखा है।।
अंकित शर्मा ‘इषुप्रिय’