औचक निरीक्षण
गेट पर लाल बत्ती वाली गाड़ी देखते ही
स्कूल के सभी शिक्षक क्लास की ओर भागे
लग रहा था तो जैसे कि अभी अभी ही
वो पिछली रात की गहरी नींद से जागे
डी एम सर को सामने से आते देख कर
हेड मास्टर साहब ने सम्मान में हाथ जोड़े
सोच रहे हैं कि बिन बुलाए आई विपत्ति
कैसे जल्दी से हम सभी का साथ छोड़े
हेड मास्टर साहब भी अब याद कर रहे हैं
किसका मुॅंह देखकर ऑंखें खुली थी आज
कई दिनों से अनुपस्थित शिक्षकों के संग
उनके उपर भी आज ही गिरनी थी गाज
महीने भर सभी को उपस्थित दिखला कर
करता रहता हूॅं शिक्षकों का मैं बेड़ा पार
पर स्कूल से भगा कर रखने के जुर्म का
आज अकेला ही सीधा बनूॅंगा मैं कसूरवार
डी एम साहब भी हेड मास्टर साहब के मन की
सभी अन्दरुनी बातों को चुपके से पढ़ लिये थे
आज के आज ही सभी सच उगलवाने को
कठिन प्रश्न भी वो अपने मन में गढ़ लिए थे
इस स्कूल की सारी बातें परत दर परत आज
डी एम सर के समक्ष जब धीरे धीरे खुलेगी
इस स्कूल में पढ़ाने वाले सभी शिक्षकों की
डी एम सर का प्रश्न सुन कर साॅंसें फूलेगी