Sahityapedia
Sign in
Home
Your Posts
QuoteWriter
Account
28 May 2025 · 1 min read

औचक निरीक्षण

गेट पर लाल बत्ती वाली गाड़ी देखते ही
स्कूल के सभी शिक्षक क्लास की ओर भागे
लग रहा था तो जैसे कि अभी अभी ही
वो पिछली रात की गहरी नींद से जागे

डी एम सर को सामने से आते देख कर
हेड मास्टर साहब ने सम्मान में हाथ जोड़े
सोच रहे हैं कि बिन बुलाए आई विपत्ति
कैसे जल्दी से हम सभी का साथ छोड़े

हेड मास्टर साहब भी अब याद कर रहे हैं
किसका मुॅंह देखकर ऑंखें खुली थी आज
कई दिनों से अनुपस्थित शिक्षकों के संग
उनके उपर भी आज ही गिरनी थी गाज

महीने भर सभी को उपस्थित दिखला कर
करता रहता हूॅं शिक्षकों का मैं बेड़ा पार
पर स्कूल से भगा कर रखने के जुर्म का
आज अकेला ही सीधा बनूॅंगा मैं कसूरवार

डी एम साहब भी हेड मास्टर साहब के मन की
सभी अन्दरुनी बातों को चुपके से पढ़ लिये थे
आज के आज ही सभी सच उगलवाने को
कठिन प्रश्न भी वो अपने मन में गढ़ लिए थे

इस स्कूल की सारी बातें परत दर परत आज
डी एम सर के समक्ष जब धीरे धीरे खुलेगी
इस स्कूल में पढ़ाने वाले सभी शिक्षकों की
डी एम सर का प्रश्न सुन कर साॅंसें फूलेगी

Loading...