सालासर बालाजी भजन रचनाकार अरविंद भारद्वाज
शरण तुम्हारी हाथ जोड़कर, दर्शन करने हम आए
सालासर बालाजी भगवन, भजन तेरे हम गाए
कष्ट हरे तू तन मन सारे, रोग दूर सब करता
चैन सुकून मिले भक्तों को, पीड़ा मन की हरता
चैत्र पूर्णिमा भक्त तेरे, दूर-दूर से है आए
सालासर बालाजी भगवन, भजन तेरे हम गाए
बोल के जयकार बाबा, भक्तों की टोली आई
नाम तेरा सुमिरन करके, ज्योत भी घी की जलाई
बाजरा चूरमा भोग लगा, प्रसाद साथ में लाए
सालासर बालाजी भगवन, भजन तेरे हम गाए
भीड़ लगी है धाम तेरे, भक्तों का तू ही सहारा
हार चुके जो मन की बाजी, पार लगा दो किनारा
बालाजी हनुमान तेरे दर, आस लगा फिर आए
सालासर बालाजी भगवन, भजन तेरे हम गाए
अरविंद भारद्वाज