वो मिलेगा बाग़ीचे के पत्तों पे
वो मिलेगा बाग़ीचे के पत्तों पे
पड़ी ओस की बूँद की तरह
जैसे ओस की बूँद इंतजार करती है
सूरज की पहली किरण का
वो भी राह तकता होगा शांत
बिना किसी आहट के…!!
मधु गुप्ता “अपराजिता”
✍️✍️🥺🥺
वो मिलेगा बाग़ीचे के पत्तों पे
पड़ी ओस की बूँद की तरह
जैसे ओस की बूँद इंतजार करती है
सूरज की पहली किरण का
वो भी राह तकता होगा शांत
बिना किसी आहट के…!!
मधु गुप्ता “अपराजिता”
✍️✍️🥺🥺