तन पीर मन पीर
तन पीर मन पीर
पीर मेरा आचमन
दिन पीर रात पीर
पीर मेरा साध मन
बच के रहना है मुझे
चुभ न जाए पाँव में
किसी को
पीर की ये किरचियाँ
मंजुला श्रीवास्तवा
18/1/25
तन पीर मन पीर
पीर मेरा आचमन
दिन पीर रात पीर
पीर मेरा साध मन
बच के रहना है मुझे
चुभ न जाए पाँव में
किसी को
पीर की ये किरचियाँ
मंजुला श्रीवास्तवा
18/1/25