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9 May 2025 · 1 min read

वतन के रखवाले

कुटिल चाल पे चाल तेरी ना सर पे कंघा बाल है
भारत की सेना ने उसके घर में ही किया धमाल है
पानी भी मांग ना पायेगा तेरा फन ऐसे हम कुचलेंगे
जिसे कुतरना पायेगा तू ऐसा ये हिंद का जाल है

नापाक इरादे धो डाले सब कालिख मुंह पर पोत दी है
तुम्हें ही खानी होगी बेटे जो बिष बेल तुम्हीं ने बो दी है
ये नेहरू वाला हिंद नहीं जो फाख्ता सफेद उड़ाता रहे
सनद रहे दिल्ली की गद्दी पर अब सिंह हमारा मोदी है
जयहिंद – जय हिन्द की सेना 🇮🇳💞

✍️🇮🇳 अरविंद कुमार गिरि…

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