सिंदूर
सिंदूर की कीमत तू क्या जाने,
सिंदूर शक्ति का गहना भी हैं।
सिंदूर सुहाग हैं सिंदूर शौर्य हैं,
सिंदूर भक्ति का पहना भी हैं।।
सिंदूर उजाड़ा धर्म पूछकर,
गोली मारी बस धर्म पूछकर।
पता उन्हे था मरना निश्चित,
ना धर्म छुपाया जान बूझकर।।
गर्व हमे हैं हिन्दू हम हैं,
गर्व से कहते हिन्दुस्तानी।
गर्व हमे हैं देश धर्म पर,
गर्व से कहते हिन्दू हैं हम।।
ललकार रहे हैं आज तुझे हम,
युद्ध दिखाते आज तुझे हम।
धर्म पूछकर जो मारा तुमने,
धर्म सिखाते आज तुझे हम।।