....जिंदगी ...
जिंदगी है तो सुख दुख
आते ही रहेंगे
सब सह कर भी हम यूं ही
मुस्कराते रहेंगें
तोड़ दे हमारे हौसलों को
किसी तूफां में दम नही
हम वो कश्ती हैं
जो हर भंवर से लड़ कर
निकल जाया करेगें
दर्द हमारा हैं हम हंस के
बर्दाश्त कर लेंगें
न ये सोचना कि हम
रोने तुम्हारे पास आयेंगे
फिक्र अपनी करो जो हर
बात पर रोते रहते हो
जरा सी तकलीफ पे
दोष औरों को देते हो
हम तो पोछ लेंगें अपने आंसू
अपने हांथों से
तुम बताओ अपने आंसुओ
को लेकर किसके पास जाओगे
रूबी चेतन शुक्ला