बारिश की बूँद से आया तेरा याद
बारिश की बूँद से आया तेरा याद
एक नई कविता
बरसती बूँदों की वो मीठी सी बात,
तेरे नाम से भीगी हर इक सौगात।
छत की टपकन में तेरा स्वर बसा,
जैसे तू पास हो, पर नज़रों से जुदा।
भीगी हवा ने जब चूमा गालों को,
तेरी हँसी याद आई पलों को।
कागज़ की कश्ती, बचपन की राह,
सब तेरे संग फिर बुनने लगा चाह।
हर बूँद में है तेरा कोई पैगाम,
जैसे मौसम ने लिया तेरा नाम।
भीगी ज़मीं पे लिखी तेरी यादें,
धुंधली नहीं, बस और भी सजीव सी बातें।
बारिश आई, तू भी साथ चला आया,
तेरी यादों ने फिर दिल को भिगाया।
📜✍️जितेश भारती