Sahityapedia
Sign in
Home
Your Posts
QuoteWriter
Account
14 Mar 2025 · 1 min read

"मुक्तक"

“मुक्तक”

ये बताने में, सामाजिक हर्ज नहीं।
व्यक्तिगत उपवास, कोई पर्व नहीं।
निज स्वास्थ्य व स्वार्थ छिपा यहां;
ऐसे व्यक्ति के प्रति , हमें गर्व नहीं।
pk

Loading...