विवाह
मित्र सुखी राम !
बनकर दुःखी राम !!
मेरे घर आया !
आते ही अपना दुखड़ा सुनाया !!
कविराज ! आपको अनेक
सुंदरियों के साक्षात दर्शन कराया !
पर एक भी सुन्दरी का चेहरा
आपके मन को नहीं भाया !!
मैं आप से बड़ा परेशान हूं !
आप की पसंद से हैरान हूं !!
अब आप…
अपनी पसंद से ही शादी करिएगा !
किंतु ! प्रीतिभोज में
मुझे आमंत्रित करना न भूलिएगा !!
• विशाल शुक्ल