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1 Mar 2025 · 1 min read

प्रेम आज गुस्ताख़ सा, रहता नजर झुकाय।

प्रेम आज गुस्ताख़ सा, रहता नजर झुकाय।
पूत – प्रेमिका -मित्र से,पल -पल धोखे खाय।।
-प्यासा

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