प्रेम आज गुस्ताख़ सा, रहता नजर झुकाय।

प्रेम आज गुस्ताख़ सा, रहता नजर झुकाय।
पूत – प्रेमिका -मित्र से,पल -पल धोखे खाय।।
-प्यासा
प्रेम आज गुस्ताख़ सा, रहता नजर झुकाय।
पूत – प्रेमिका -मित्र से,पल -पल धोखे खाय।।
-प्यासा