यारी की तरफदारी

यारी नहीं एक तरफा रिश्ता ये दोनों तरफ़ से निबाही जाती है।
एक दूजे के हर दुःख सुख में ख़ुद से ज़्यादा अपनाई जाती है।।
यारी से बड़ा रिश्ता नहीं जीवन में दोस्त का मिलना मुश्किल है।
जो यारों के संग रहता है भगवान भी उसका साहिल है।।
गलतफहमियों को यारी के बीच कभी आने नहीं दिया जाता है।
मनमुटाव को बढ़ने से पहले ही सुलझा के मिटा दिया जाता है।।
अहंकार का बीज दोस्ती में दरार को बढ़ाता ही चला जाता है।
कड़वी बात को छोड़ के चलना ही दोस्तों को करीब ले आता है।।
सुनने का प्रयास ही यारी को मजबूती से मिलवा पाता है।
समझ सके जो यार को अपने वही हर उलझन सुलझा पाता है।।
गरमी का लहजा दोस्तों के बीच में फ़ांसले बहुत बढ़ाता है।
नरमी रखने वाला ही किसी के दिल को दुखा नहीं पाता है।।
कहे विजय बिजनौरी यारी प्रभु का सुंदर तोहफा कहलाता है।
दुःख मिट जाता सुख बढ़ जाता यारों यारी में ही पाया जाता है।।
विजय कुमार अग्रवाल
विजय बिजनौरी।