हर पल तुमको खोने का डर...
कुछ बड़ा करने का वक़्त आ गया है...
हे भगवन यूं ही गुजर जाएं पल।
बिना काविश तो कोई भी खुशी आने से रही। ख्वाहिश ए नफ़्स कभी आगे बढ़ाने से रही। ❤️ ख्वाहिशें लज्ज़त ए दीदार जवां है अब तक। उस से मिलने की तमन्ना तो ज़माने से रही। ❤️
डॉ सगीर अहमद सिद्दीकी Dr SAGHEER AHMAD
धड़कन हिन्दुस्तान की.........
"सुविधाओं के अभाव में रह जाते हैं ll
तुम्हारा आना
डॉ राजेंद्र सिंह स्वच्छंद