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13 Feb 2025 · 1 min read

बरबादियों का जश्न मनाता चला गया~

तल्ख़ kardi hai zindagi jisne
kitni meethi ज़बान hai pyare
meethe ye bol uske
लफ्जों ki meherbani hai pyare

छल कपट me lipti koi vaani hai
aur duniya ka vo मोहताज hai
दफ़्न kiye usne jaane जग ke kayi raaz hai
aur har अल्फ़ाज़ me uske alag se जज़बात hai
-durva

Language: Hindi
Tag: Hindi
6 Likes · 67 Views
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